पिछले सप्ताह
हास्य
व्यंग्य में
महेश
चंद्र द्विवेदी की कलम से
कुते
का गला
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रचना
प्रसंग में
दीपिका जोशी के बहुमूल्य सुझाव
टाइप
करते समय याद रखें
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आज
सिरहाने
अमरीकी भारतीय लेखकों का संकलन
दिशांतर
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साहित्यिक
निबंध
के अंतर्गत डा सत्यव्रत वर्मा का आलेख
केरल
का हिन्दी कविः
स्वाति तिरूनाल
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कहानियों
में
भारत से श्रीनाथ की कहानी
उपहार
तभी सुधा की आहट
सुनाई दी। वह सीढ़ियों से बाहर निकलकर खामोशी से
मेरी बगल में आकर खड़ी हो गई। अंधेरेउजाले की
आंखमिचौनी पलभर के लिए थमसी गई। सुधा ने बड़ी
आत्मीयता से मेरी ओर देखकर कहा, "अरे, यहां अंधेरे
में बैठेबैठे क्या कर रहे हैं? शाम को भी उखड़ेउखड़े
नज़र आ रहे थे। यह आपको अचानक क्या हो जाता है?"
फिर, जैसे उसे मेरे जवाब की ज़रूरत न हो, हाथ बढ़ाकर
लाल रंग का डिब्बा मेरे आगे करती हुई बोली, "ज़रा
इसे खोलकर तो देखिए। बाज़ार में एक चीज़ पसंद आ गई
थी।" सुधा के स्निग्ध स्वर का जादुईपन मेरे लिए
सर्वथा अपरिचित था।
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इस
सप्ताह
कहानियों
में
भारत से संजय विद्रोही की कहानी
थपेड़ा
रविवार का दिन। सुबहसुबह का समय, देवेश अपने घर के लॉन में बैठा अखबार पढ रहा था। पूरा का पूरा अखबार सुनामी लहरों से हुई विनाशकारी तबाही के समाचारों और तस्वीरों से अटा पडा था। तस्वीरों में दिखाई गई हृदयविदारक स्थितियों को सोचकर ही रोंगटे खडे हुए जा रहे थे। बच्चों की लाशें, औरतों की लाशें, बूढों की लाशें, लाशों के ढेर। विश्वभर में इस हादसे की काली छाया पसर चुकी थी और हर तरफ एक भयानक सदमा फैला हुआ था। एक ओर तबाही की ख़बरें थीं तो दूसरी ओर इसके लिए विश्वव्यापी सहयोग की। देवेश महज पन्ने पलट कर सरसरी तौर से समाचारों के शीर्षक भर देख रहा था। पूरा पढने लायक था भी क्या?
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हास्य
व्यंग्य में
डा निशांत कुमार का
व्यंग्य
दौरा
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साहित्यिक
निबंध में
डा विद्यानिवास मिश्र का आलेख
हिंदी
मानसिकता
का
निर्माण
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प्रौद्योगिकी
में
रविशंकर
श्रीवास्तव का आलेख
गांव
में बना हिन्दी ब्राउज़र
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विज्ञान
वार्ता में
डा
गुरूदयाल प्रदीप की नज़र से
2004
की प्रमुख वैज्ञानिक
उपलब्धियां भाग2
!सप्ताह का विचार!
अपने
को संकट में डाल कर कार्य संपन्न करने वालों की विजय
होती है। कायरों की नहीं।जवाहरलाल नेहरू
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अनुभूति
में
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भारत
भूषण, उमा आसोपा, कृष्णचंद्र मिश्र'भ्रमर' सौमित्र सक्सेना,
विपिन पंवार 'निशान' और शलभ श्रीवास्तव की नई रचनाएं
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° पिछले अंकों
से °
कहानियों में
वेलेंटाइन
डेकमल कुमार
अपने
को संभालनागुरूदीप खुराना
ईमेलइला प्रसाद
कोना
झरी केतलीसंतोष गोयल
अंतिम
यात्रानीलम जैन
हवन
शेषसुषम बेदी
°
हास्य
व्यंग्य में
खुदाईनरेन्द्र कोहली
नया साल कुछ ऐसा होसूरज प्रकाश
नव
वर्ष का अभिनंदननीरज त्रिपाठी
°
संस्मरण
में
अतुल अरोरा के साथ पहली
हवाई यात्रा
बड़ी
सड़क
की तेज़ गली में
°
महानगर
की कहानियां में
अंतरा करवड़े की लघुकथा
प्रेम
°
मंच
मचान में
अशोक चक्रधर के शब्दों में
शरद
जोशी : पानी में तेल की बूंद
°
रसोईघर
में
शाकाहारी मुगलई के अंतर्गत नया
व्यंजन
भरवां
टमाटर
°
दृष्टिकोण
में
दिनकर कुमार का आलेख
हिंदी
लेखक दयनीय क्यों
°
रचना
प्रसंग में
डा जगदीश व्योम का जानकारीपूर्ण लेख
हिन्दी
में हाइकु कविता
° फुलवारी
में
आविष्कार की
नई कहानियां
और
शिल्पकोना में मिल कर बनाएं
शेर
का मुखौटा
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