शुषा लिपि
सहायता

अनुभूति

16. 2. 2003

कहानियां कविताएंसाहित्य संगम दो पल कला दीर्घा साहित्यिक निबंधउपहारपरिक्रमा
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लेखकों से

पिछले सप्ताह

सामयिकी में
स्मृति स्वरूप
हरिवंशराय बच्चन का पत्र
प्रसिद्ध कवि और लेखक पं नरेन्द्र शर्मा के नाम, लावण्या शाह के सौजन्य से
मित्र की पाती

°

साहित्य संगम में
रवींद्रनाथ ठाकुर की बंगला कहानी 
जीवित और मृत
हिंदी रूपांतरकार हैं आशीष गर्ग

जब कोई किसी और के बच्चे को इतने
लाड़ प्यार से पालता है तो उनके बीच
में केवल एक ही सम्बन्ध रह जाता है
और वह है प्रेम का सम्बन्ध। उस
सम्बन्ध में अधिकार या सामाजिक
नियम कोई मायने नहीं रखते। प्रेम को
कोई किसी कानूनी दस्तावेज के द्वारा
प्रमाणित नहीं कर सकता ओर न ही
स्वयं प्रेम की यह अभिव्यक्ति होती
है।प्रेम केवल और प्रगाढ़ ही हो सकता
है क्योंकि यही इसका रूप है।

°

प्रेरक प्रसंग में
शैल अग्रवाल की बोध कथा
दिन और रात

°

रसोईघर में 
शाकाहारी मुगलई का मस्त ज़ायका
खोया मटर

°

महानगर की कहानियां में
सूरज प्रकाश की लघुकथा
कुकिंग क्लासेज़°

1सप्ताह का विचार
र्म करते हुए मर जाना अच्छा है पर पाप करते हुए विजय प्राप्त करना अच्छा नहीं।
— महाभारत

 

इस सप्ताह

कहानियों में
14 फरवरी प्रेम दिवस के अवसर पर
सूर्यबाला की प्रेम–कहानी
पीले फूलों वाला फ्राक

यह भी कोई बात हुई इस वयस्क–सी उम्र में अटपटाकर कहने की?  मैंने भूलकर आँखें उठायी कि तुम्हारी आँखों में कितनी और कैसी हँसी हैं।  लेकिन देखा तो तुम्हारी दृष्टि में सिर्फ ढेर सारे रेशमी पंख थे।  मैं एक भी पंख न बटोर पायी।  आँखें संकोच से झुक गयी थीं।  तुम फिर से उस पीले फूल वाली सदी के छोर पर पहुँच गये थे।
";उस शादी में, तुम्हें याद है –– एक शाम करीब आधे घंटे के लिए बिजली ही चली गयी थी पूरे मुहल्ले की  . . ."
°

आज सिरहाने में
कृष्ण बिहारी के कहानी संग्रह
दो औरतें
के विषय में — पूजा श्रीवास्तव
°

निबंध में
नेपाल से संजीता वर्मा का आलेख
कला और सौंदर्य
°

परिक्रमा में
दिल्ली दरबार के अंतर्गत
भारत से बृजेशकुमार शुक्ला का आलेख
अलविदा कल्पना! अलविदा बच्चन!!

°
धारावाहिक में
'सागर के इस पार से उस पार से'
की अगली किस्त

ले चल मुझे भुलावा दे कर

निमंत्रण
अभिव्यक्ति 'कथा महोत्सव 2003' में कहानी भेजने की अंतिम तिथि 1 मार्च 2003 तक! यदि आपने अभी तक कहानी नहीं भेजी तो शीघ्र भेज दें। 
विस्तृत
विवरण

 

अनुभूति में;

अंजुमन में जितेन्द्र वशिष्ठ की ग़ज़लें 
और
नयी हवा में

श्याम प्रकाश झा की कविताएं

–  साहित्य समाचार  –

° पिछले अंकों से °

विज्ञान वार्ता में डा गुरू दयाल प्रदीप
का आलेख
मानव क्लोनिंग ने मचाई
हलचल

°
हास्य–व्यंग्य में महेशचंद्र द्विवेदी का
व्यंग्य
हालीवुड बनाम बालीवुड
°
फुलवारी में बच्चों के लिये मज़ेदार
कहानी
गरम जामुन
°
संस्मरण में अमिताभ बच्चन और
मृणाल पांडे द्वारा हरिवंश राय बच्चन के संस्मरण वे दिन, वे पल छिन
°
पर्यटन में भरतपुर और अजेय दुर्ग
लोहागढ़ 
के विषय में एम सी कटरपंच की कलम से
°
कलादीर्घा में जामिनी राय से परिचय
उनकी कलाकृतियों के साथ

°
कहानियों में
पहेली–उपेन्द्रनाथ अश्क 
दुश्मन से दोस्तीकृष्ण बिहारी 
सूखे पत्ते–शैल अग्रवाल
प्रोग्रामिंग–राजेश जैन

°°
परिक्रमा में
 लंदन पाती के अंतर्गत विश्व में शांति और सौर्हाद्र के नये स्रोत तलाशती शैल अग्रवाल का आलेख
एच टू ओ तथा
नार्वे निवेदन में डा सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक' का आलेख
प्रथम प्रवासी दिवस पर

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प्रकाशन : प्रवीन सक्सेना   परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन, कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन   
      सहयोग : दीपिका जोशी
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 साहित्य संयोजन :बृजेश कुमार शुक्ला