इस सप्ताह- |
अनुभूति
में-
जय चक्रवर्ती, जयप्रकाश
मिश्र, अमरेन्द्र सुमन, अनिता कपूर,
और दिनेश अवतार हजेला की रचनाएँ। |
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साहित्य एवं
संस्कृति में- |
1
समकालीन कहानियों में
यू.के. से
महेन्द्र दवेसर दीपक की कहानी-
शारदा
वह
लक्षमण-रेखा लाँघ आई है और छोड़ आई है वे कन्धे जिनपर उसकी
अर्थी निकलनी थी। साथ में छोड़ आई है कॉफ़ी टेबल पर खुला पत्र और
घर की चाबियाँ। लैच लॉक वाला दरवाज़ा अब बंद हो चुका है। अब
पीछे मुड़कर देखना नहीं हो सकेगा। अपने पत्र में उसने लिखा –
“प्रिय रजत, प्रभा, मैंने पाप सोचा। तुमने उसे पूरा किया। मेरी
सोच दंडनीय हो गयी। तुम्हारा पाप हो गया पुण्य-स्वरूप! यदि यही
विधाता का न्याय है तो मुझे स्वीकार है क्योंकि मैं स्वयं अपनी
मौत के षडयंत्र की भागीदार हूँ। तुम मुझे पूरी तरह भूल सको
इसलिए मैं अपनी हर निशानी – शादी का एल्बम, विडियो रिकॉर्डिंग
और दूसरे फ़ोटोग्राफ़ साथ लिए जा रही हूँ। तुम लोग सुख वैभव में
जियो मेरे सच्चे मन से यही प्रार्थना है। छोटे रिंकु को मौसी
का प्यार देना। सस्नेह, तुम्हारी, शारदा”
घर के बाहर टैक्सी खड़ी थी। उसने पिछली सीट पर अपने को फेंका और
ड्राइवर से कहा, “हीथरो एयरपोर्ट”।
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कृष्णकुमार अग्रवाल
का व्यंग्य- इस हमाम में
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कुमार रवीन्द्र का निबंध
अज्ञेय की असाध्य वीणा
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डॉ. परमानंद पांचाल का दृष्टिकोण
हिंदी-को-संविधान-की-आठवीं-अनुसूची-से-निकाल-दिया-जाए-?
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पुनर्पाठ में-
नवगीतकार कैलाश गौतम |
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पिछले सप्ताह- |
1
माधव नागदा की लघुकथा
अभिलाषा
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रामकृष्ण का आलेख
भय का भगवान महा भैरव
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पुनर्पाठ में पर्यटक के साथ
विचरना वियना में
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समाचारों में
देश-विदेश से
साहित्यिक-सांस्कृतिक सूचनाएँ
*
समकालीन कहानियों में
भारत से
राजीव पत्थरिया की कहानी-
खबर की
खबर
रोज की तरह
राकेश आज भी सुबह उठने में लेट हो गया था। वह जल्दी-जल्दी
तैयार हो रहा था इतने में उसका मोबाईल बजने लगा।
"हैलो, सर मैं कुल्लू से बोल रहा हूँ, रात को बादल फटने से
हाईडल प्रोजेक्ट की लेबर उसमें बह गई है और भारी नुकसान हुआ
है।" यह फोन राकेश के स्ट्रिंगर नारायण सिंह का था।
सुबह-सुबह ऐसी सूचना पर खीझते हुए आदतन राकेश बोला, "अबे यह
बता की कितने मरे हैं क्या मेरे आने की जरूरत है या तुम खुद
इसकी रिपोर्टिंग कर लोगे।" "बादल फटने वाली जगह पर ४-५ दर्जन
के करीब मजदूर आपने परिवारों के साथ रहते थे, बचा कोई नहीं है,
रेस्कयू वर्क शुरू हो गया है ८-१० लाशें तो मिल गई हैं। आप
फोटोग्राफर को लेकर साथ आ जाएँ, मैं स्पॉट पर निकल गया हूँ।"
"ठीक है नारायण सिंह, तुम निकलो मुझे आने में दो घंटे तो लग ही
जाएँगे मैं फोटोग्राफर को लेकर आ रहा हूँ।"
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