लेखकों से
कृपया
केवल नए पते पर पत्रव्यवहार करें


19.  12.  2006 

आज सिरहानेउपन्यासउपहारकहानियांकला दीर्घाकविताएंगौरवगाथापुराने अंकनगरनामारचना प्रसंगपर्व पंचांग
घर–परिवारदो पलनाटकपरिक्रमापर्व–परिचयप्रकृतिपर्यटनप्रेरक प्रसंगप्रौद्योगिकीफुलवारीरसोईलेखक
विज्ञान वार्ताविशेषांकहिंदी लिंकसाहित्य संगमसंस्मरणसाहित्य समाचारसाहित्यिक निबंधस्वास्थ्यहास्य व्यंग्य

 

पिछले सप्ताह
1
हास्य व्यंग्य में
मनोहर पुरी की कलम से
गोलगप्पे में शराब

°

आज सिरहाने में
शास्त्री नित्यगोपाल कटारे का व्यंग्य संग्रह
नालायक होने का सुख

°

दृष्टिकोण में
अजय ब्रहमात्मज का आलेख
हम ही हैं हिंदू और मुलसलमान

°

फुलवारी में
मौसम के विषय में जानकारी की बातें
हवा क्यों बहती है

°

कहानियों में
यू एस ए से सुषम बेदी की कहानी
काला लिबास

अपनी जड़ों की पहचान की जिज्ञासा भी कोई नयी बात तो नहीं। हां वह सिर्फ़ संवेदनशील युवक–युवतियों में ही होती है। और अनन्या की संवेदनशीलता तो उसके चेहरे से ही झलक जाती थी . . .बहुत कोमल, खूब घनी सांवली
त्वचा और गहरी–गंभीर बेहद इंटेंस आंखें। देखने में बहुत सुंदर नहीं थी पर उन आंखों की शिद्दत और त्वचा के सांवलेपन में एक तरह की लुनाई उसे बहुत आकर्षक बना देती थी। बहुत मतलब के सवाल पूछती थी और फालतू बात एकदम नहीं। फिर भी भारतीय मूल के अन्य अमेरीकी विद्यार्थियों से कुछ अलग नहीं दीखती थी वह . . .उन्हीं की तरह अमरीकी पहनावा, तौर–तरीके, बातचीत का लहजा और खुशमिज़ाज़।

°°

 अपनी प्रतिक्रिया
लिखें पढ़ें

Click here to send this site to a friend!
 

इस सप्ताह
1
कहानियों में
भारत से नरेन्द्र मौर्य की कहानी
इच्छामृत्यु

पी .जी .के रिज़ल्ट के साथ ही मुझे स्टेटस के लिए चान्स मिल गया। पिताजी से मैंने बात की तो उन्होंने सहर्ष सहमति दे दी। फिर उन दिनों फारेन रिटर्न डॉक्टर का क्रेज़ था। किंतु वहां व्यस्त ज़िंदगी में फंसकर मैं रिटर्न भूल गया और केवल 'क्रेज़' के आस–पास घूमता रहा। इसी बीच सहयोगी नैंसी से विवाह कर लिया। नैंसी वहां स्त्री रोग विशेषज्ञ थी। शहर के सभी पंजाबी–गुजराती परिवारों से हिंदी में ही बात करती थी। यह उन्हें बड़ा अच्छा लगता। हालांकि वे स्वयं बेचारे हिंदी से इतने परिचित नहीं रह गए थे। हिंदुस्तान में रहते हुए भी पंजाबी, गुजराती उनकी मातृभाषा थी जिसके माध्यम से विदेशों में बसने के लिए अंग्रेज़ी
उन्होंने सीख ली थी।

°

हास्य व्यंग्य में
डॉ अखिलेश बार्चे की समस्या
झूठ के नामकरण

°

महानगर की कहानियों में
हरिवल्लभ कुमार की रचना
बुश्शर्ट

°

घर परिवार में
पालतू पशु : भावना कुंअर के सुझाव
छोटा–सा पप्पू

°

रसोईघर में
गरमा गरम पक कर तैयार है
सब सब्ज़ी पुलाव
°

 सप्ताह का विचार
श्रद्धा और विश्वास ऐसी जड़ी बूटियां हैं कि जो एक बार घोल कर पी लेता है वह चाहने पर मृत्यु को भी पीछे धकेल देता है।—अमृतलाल नागर

 

नववर्ष के द्वार खुलने की प्रतीक्षा में
नव वर्ष महोत्सव
का प्रारंभ
प्रतिदिन ढेर सी
नव वर्ष कविताओं
के साथ

ताज़ा हिंदी चिट्ठों के सारांश
नारद से

–° पिछले अंकों से °–

कहानियों में
मानिला की योगिनी–महेशचंद्र द्विवेदी
बबलू–बच्चन सिंह
तार–डॉ प्रतिभा सक्सेना
पानी–मनमोहन सरल
ढिबरी टाइट – तेजेन्द्र शर्मा
हवाघर – डॉ हरिसुमन बिष्ट
°

हास्य व्यंग्य में
बुद्धिजीवी बनाम बुद्धूजीवी–राजेन्द्र त्यागी
वे बच्चे . . .–शास्त्री नित्यगोपाल कटारे
अपुन आजकल . . .– गुरमीत बेदी
क्रिकेट के बारे में–डॉ .शिवदेव मन्हास

°

प्रौद्योगिकी में
रविशंकर श्रीवास्तव के साथ
ऑԖलाइन खोज वेबारू स
°

विज्ञान वार्ता में
इतिहास के झरोखे से विज्ञान का कमाल
दिल्ली का लौहस्तंभ
°

साहित्य समाचार में
विश्व के हर कोने से इस माह के
नये समाचार
°

साहित्यक निबंध में
देवेंद्र देवेश का आलेख
बाल–पत्रिकाओं की भूमिका
°

पर्व परिचय में
डा जगदीश व्योम दिखा रहे हैं
बाल साहित्य का केन्द्र लोक साहित्य
°

फिल्म इल्म में
अजय ब्रह्मात्मज की पड़ताल
बच्चों का फिल्म संसार

 

आज सिरहानेउपन्यासउपहारकहानियांकला दीर्घाकविताएंगौरवगाथापुराने अंकनगरनामारचना प्रसंगपर्व पंचांग
घर–परिवारदो पलनाटकपरिक्रमापर्व–परिचयप्रकृतिपर्यटनप्रेरक प्रसंगप्रौद्योगिकीफुलवारीरसोईलेखक
विज्ञान वार्ताविशेषांकहिंदी लिंकसाहित्य संगमसंस्मरणसाहित्य समाचारसाहित्यिक निबंधस्वास्थ्यहास्य व्यंग्य

© सर्वाधिकार सुरक्षित
"अभिव्यक्ति" व्यक्तिगत अभिरूचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों  अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
यह पत्रिका प्रत्येक माह की 1 – 9 – 16 तथा 24 तारीख को परिवर्धित होती है।

प्रकाशन : प्रवीन सक्सेना परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन, कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन 
 सहयोग : दीपिका जोशी
फ़ौंट सहयोग :प्रबुद्ध कालिया

 

 
Google
WWW Search www.abhivyakti-hindi.org