गौरव गाथा में
माधवराव सप्रे की बहुचर्चित कहानी
'एक टोकरी भर मिट्टी'
जमींदार
साहब पहले तो बहुत नाराज हुए, पर जब वह बार–बार हाथ जोड़ने लगी और पैरों पर
गिरने लगी तो उनके भी मन में कुछ दया आ गयी। किसी नौकर से न कहकर आप ही
स्वयं टोकरी उठाने आगे बढ़े। ज्योंही टोकरी को हाथ लगाकर ऊपर उठाने लगे
त्यों ही देखा कि यह काम उनकी शक्ति के बाहर है। फिर तो उन्होंने अपनी सब
ताकत लगाकर टोकरी को उठाना चाहा, पर जिस स्थान पर टोकरी रखी थी वहां से वह
एक हाथ–भर ऊंची न हुई।
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पर्व परिचय में
भारत के अलग अलग कोनों में
अलग अलग तरह से मनाए जाने
वाले होली के उत्सव की जानकारी
रंग रंग
की होली
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रत्न रहस्य में
वी के जैन के साथ परिचय
प्रप्त करते हैं रत्न चिकित्सा का
असाध्य रोग व उपचार
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प्रेरक प्रसंग में
लोकमान्य तिलक के जीवन से
संबंधित एक प्रेरणाप्रद प्रसंग
धैर्य की पराकाष्ठा
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अनुभूति
में
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शिवमंगल सिंह सुमन और सरोजिनी
प्रीतम के साथ सभी स्थायी स्तंभ
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दो पल में
कुदरत की करामात के अंतर्गत
समंदर के दो नयनाभिराम रंगीन
चित्र अश्विन गांधी के कैमरे से
समंदर 1
व
समंदर 2
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प्रकृति में
पर्यावरण के बदलते हुए रूप और जलवायु परिवर्तन के विषय में डा सच्चिदानंद
झा का लेख
सावधान!
मौसम बदल रहे हैं!
संस्मरण में
भारत में परवान चढ़ी एक पेम कथा
विदेशियों की प्रेम कहानी
कनीज़ भट्टी की जबानी
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परिक्रमा में
बृजेश कुमार शुक्ला द्वारा
भारतीय समाचारों पर आधारित
दंगों का दावानलः गोधरा
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पिछले
अंक से-
हास्य–व्यंग्य में
मैया मोहीं विदेस बहुत भायो!
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डा प्रेम जनमेजय
बुढापे को प्रेम सच्चो होत है
– सुधारानी श्रीवास्तव
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अन्य आलेख
ब्रज में हरि होली मचाई
–रामनारायण सिंह
'मधुर'
वसंतोत्सव
– लावण्या शाह
होली और संगीत
– आस्था
"त्रिनिडाड में छूटती पिचकारी का
नया रंग"
– डा प्रेम जनमेजय
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बाल कविताएं
होली आई और होली का हंगामा
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घर परिवार में
रंगारंग होली को बिना भीगे
मनाने के दस नये होलिका सूत्र
रंग बरसे
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रसोईघर में
होली के अवसर पर
मीठी गुझिया व
चटपटे दहीबड़े
की व्यंजन विधियाँ
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कहानियों में
कामतानाथ की रोमांचक कहानी
बिना शीर्षक
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साहित्य संगम में
जसवंत सिंह विरदी की पंजाबी कहानी
खुले आकाश में
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स्वाद
और स्वास्थ्य में
मक्के के स्वास्थ्यवर्धक गुणों की
जानकारी प्रमिला ग्रोवर द्वारा
'मधुर
मक्का'
के अंतर्गत
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