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° कहानियों में पी .जी .के रिज़ल्ट के साथ ही मुझे स्टेटस के लिए चान्स मिल गया। पिताजी से मैंने बात की तो उन्होंने सहर्ष सहमति दे दी। फिर उन दिनों फारेन रिटर्न डॉक्टर का क्रेज़ था। किंतु वहां व्यस्त ज़िंदगी में फंसकर मैं रिटर्न भूल गया और केवल 'क्रेज़' के आसपास घूमता रहा। इसी बीच सहयोगी नैंसी से विवाह कर लिया। नैंसी वहां स्त्री रोग विशेषज्ञ थी। शहर के सभी पंजाबीगुजराती परिवारों से हिंदी में ही बात करती थी। यह उन्हें बड़ा अच्छा लगता। हालांकि वे स्वयं बेचारे हिंदी से इतने परिचित नहीं रह गए थे। हिंदुस्तान में रहते हुए भी पंजाबी, गुजराती उनकी मातृभाषा थी जिसके माध्यम से विदेशों में बसने के लिए अंग्रेज़ी उन्होंने सीख ली थी। °° |
इस सप्ताह
कहानियों
में
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हास्य व्यंग्य में ° साक्षात्कार
में ° संस्मरण
में ललित निबंध में उमाशंकर चतुर्वेदी का आलेख रस आए रस जाए 1
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