शुषा लिपि
सहायता

अनुभूति

 9. 3. 2003

कहानियांकविताएंसाहित्य संगमदो पलकला दीर्घासाहित्यिक निबंधउपहारपरिक्रमाआज सिरहाने
फुलवारीहास्य व्यंग्यप्रकृतिपर्यटनसंस्मरणप्रेरक प्रसंगरसोईस्वास्थ्यघर–परिवार विज्ञान वार्ता
पर्व–परिचयगौरवगाथाशिक्षा–सूत्रआभारसंदर्भलेखकसंपर्क लेखकों से  

पिछले सप्ताह

गौरव गाथा में
सआदत हसन मंटो की कहानी
टोबा टेक सिंह

 किसी को भी मालूम नहीं था कि
टोबा टेक सिंह पाकिस्तान में हैं या
हिंदुस्तान में;  जो बताने की कोशिश
करते थे वह खुद इस उलझाव में
गिरफ्तार हो जाते थे कि सियालकोट
पहले हिंदुस्तान में होता था, पर अब
सुना है कि पाकिस्तान में हैं  . . .क्या पता
है कि लाहौर जो आज पकिस्तान में हैं,
कल हिंदुस्तान में चला जाए  . . .या सारा
हिंदुस्तान ही पाकिस्तान बन जाए  . .
.और यह भी कौन सीने पर हाथ रखकर
कह सकता है कि हिंदुस्तान और
पाकिस्तान, दोनों किसी दिन सिरे से
गायब ही हो जाएं  . . .!
°

पर्व परिचय में
1 मार्च महाशिवरात्रि के अवसर पर
उषा खुराना का आलेख

मॉरिशस में शिवरात्रि

°

विज्ञान वार्ता में
क्लोनिंग के विषय में डा गुरूदयाल प्रदीप से कुछ और जानकारी
डाली रे डाली

°

हास्य–व्यंग्य में
महेश द्विवेदी का ताज़ा व्यंग्य
हरभजन सिंह का जूता

°

धारावाहिक में
'सागर के इस पार से उस पार से'
की अगली किस्त
हाथ झारि के चले जुआरी

सप्ताह का विचार
र्म का अर्थ तोड़ना नहीं बल्कि जोड़ना है। धर्म एक संयोजक तत्व है। धर्म लोगों को जोड़ता है।
—डा
शंकरदयाल शर्मा

 

इस सप्ताह

कहानियों में
8 मार्च महिला दिवस के अवसर पर
सुधा अरोड़ा की कहानी
औरतःदो चेहरे

'यह कोई खाना है!  रोज वही
दाल–रोटी–बैंगन–भिंडी और आ–
–लू।  आलू के बिना भी कोई सब्जी
होती है इस हिन्दुस्तान में या नहीं?
मटर में आलू, गोभी में आलू, मेथी में
आलू, हर चीज में आ– –लू।  तुमसे
ढंग का खाना भी नहीं बनाया जाता।
अब और कुछ नहीं करती हो तो कम से
कम खाना तो सलीके से बनाया करो।
 . . .अम्मा तो तुम्हारी इतनी बढ़िया
खाना बनाती है, तुम्हें कुछ नहीं
सिखाया?

°

परिक्रमा में
दिल्ली दरबार के अंतर्गत
बृजेश कुमार शुक्ला का आलेख
आतंकवाद के विरूद्ध

°

रसोईघर में
शाकाहारी मुगलई का मस्त ज़ायका
कढ़ाई पनीर

°

प्रेरक प्रसंग में
पदमा चौगांवकर की बोध कथा
पगडंडी

°

कलादीर्घा में
कला और कलाकार के अंतर्गत
मनसाराम
अपनी दो कलाकृतियों के साथ

माटी की गंध
अभिव्यक्ति 'कथा महोत्सव 2003' की दस चुनी हुई कहानियां प्रस्तुत हैं पहली अप्रैल से प्रतिसप्ताह
इसी पृष्ठ पर

पुरस्कारों का विवरण

 

अनुभूति में


भारत, ओमान
और 
संयुक्त अरब इमारात से
सोलह नयी
कविताएं

–  साहित्य समाचार  –

° पिछले अंकों से °

पर्यटन में हैदराबाद के ऐतिहासिक किले की विशेषताओं से एक परिचय
कोहिनूर का घर गोलकुंडा

°

संस्मरण में तारकेश्वरी सिन्हा का आलेख संसद में नहीं हूं झक मार रही हूं

°

आज सिरहाने में कृष्ण बिहारी का कहानी संग्रह दो औरतें

°

निबंध में नेपाल से संजीता वर्मा का आलेख कला और सौंदर्य

°

 —कहानियों में—

पराजित क्षण– डा नरेश
जीवित और मृत–रवींद्रनाथ ठाकुर
 कुकिंग क्लासेज.–सूरज प्रकाश
पहेली–उपेन्द्रनाथ अश्क

°°

परिक्रमा में
 
लंदन पाती के अंतर्गत शैल अग्रवाल का आलेख एक था राजा

°
और नार्वे निवेदन में शरद आलोक 
का आलेख
और नहीं युद्ध

°
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प्रकाशन : प्रवीन सक्सेन  परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
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