१५ सुझाव जो जीवन को
स्वस्थ, सुखद, संतुष्ट बना सकते हैं
(संकलित)
१४. होड़ से सावधान रहें-
स्वस्थ प्रतियोगिता होना एक अच्छी बात है और स्वास्थ्य के
लिये दौड़ना भी, लेकिन अंधी दौड़ हमें कहीं का नहीं छोड़ती और अनेक प्रकार
के दुख और भय का कारण बनती है, फिर चाहे बात फैशन की हो, व्यावसायिक जीवन
की हो, दिखावे की हो या फिर पड़ोसियों के बच्चों से प्रतियोगिता की। हर चीज
सीमा के भीतर ही अच्छी होती है, इसलिये अंधी दौड़ से बचें। अंधी दौड़ या
सीमा से अधिक होड़ मन में निराशा और अवसाद को ला सकती है, आर्थिक हानि का
कारण बन सकती है, और इससे हीन भावना का शिकार होने का भी डर रहता है। यह
होड़ हमें पारस्परिक मतभेदों और लड़ाई झगड़ों में भी डाल सकती है। इसलिये
होड़ को छोड़कर अपनी सुविधा, स्वास्थ्य और सामर्थ्य को नाप कर कदम बढ़ाएँ
और जीवन को आनंदमय बनाएँ।
२९ दिसंबर २०१४ |