१५ सुझाव जो जीवन को
स्वस्थ, सुखद, संतुष्ट बना सकते हैं
(संकलित)
३- अच्छे मित्र और परिवार से बढ़कर कुछ भी नहीं
बड़े बड़े
मनोवैज्ञानिकों और समाजवैज्ञानिकों ने यह स्वीकार किया है
कि कठिनाई में सबसे अधिक सहयोग और सहानुभूति मित्रों और
परिवार से मिलती है। इसलिये जीवन मे मित्रों और परिवार
वालों के साथ बने रहें। उनके साथ अधिक समय बिताएँ, अपने
सुख-दुख साझा करें। कहा भी गया है कि दुख बाँटने से कम
होते हैं और सुख बाँटने से बढ़ते हैं। एक सर्वेक्षण में यह
पाया गया है कि मृत्यु से पहले सबसे अधिक लोगों को इस बात
का दुख था कि परिवार के साथ उन्होंने कम समय बिताया।
इसलिये परिवार से जुड़ें, मित्रों के साय समय बिताएँ।
परिवार में सबका सम्मान करें, किसी की कुछ मदद कर सकते हों
तो करें, मित्रों का चुनाव बहुत सोच-समझकर करें, उनके साथ
गुणवत्तापूर्ण समय बिताएँ, जीवन सुखों से भरा-भरा रहेगा।
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अक्तूबर १९१४ |