१५ सुझाव जो जीवन को
स्वस्थ, सुखद, संतुष्ट बना सकते हैं
(संकलित)
१३. अपेक्षाओं पर नियंत्रण रखें-
बड़े बड़े लक्ष्य बनाकर उन पर चल देना बहुत आसान है लेकिन
उन पर पहुँचना बहुत कठिन। अभ्यास और लगन में समय लगता है। अनेक बार हमारे
पास इतना समय नहीं होता। हमें परिवार और जीवन की अन्य आवश्यकताओं के लिये
समय निकालना होता है। इसलिये जीवन की हर दिशा से बहुत अधिक अपेक्षा न रखें।
अपेक्षाएँ कम हों और कुछ अधिक मिल जाए तो खुशी ज्यादा होती है। अपने साथ
साथ अपने संबंधियों अपने काम और अपने जीवन से जितनी अपेक्षाएँ अभी तक थीं
उन्हें कम कर के देखें, सुख का एक नया रास्ता खुलेगा। दिन रात अपेक्षाओं को
पूरा करने के लिये लगे रहने के स्थान पर कुछ समय मित्र, परिवार, यात्रा
मनोरंजन आदि के लिये बचाएँ। सुख, स्वास्थ्य और संतोष की नई राह पर चलें।
२२ दिसंबर २०१४ |