१५ सुझाव जो जीवन को
स्वस्थ, सुखद, संतुष्ट बना सकते हैं
(संकलित)
६. सहयोग और सहायता आनंद के अनोखे
स्रोत
अनेक अध्ययनों और सर्वे परिणामों में यह पाया गया है कि
दूसरों की सहायता करने से मन प्रसन्न रहता है। दूसरों को
उपयोगी उपहार देना, काम में सहयोग करना, उनके काम आना ये
सभी प्रकार के कार्य मनुष्य को सुखी बनाते हैं। आवश्यक
नहीं है कि आर्थिक सहायता की जाए या कुछ खरीदकर दिया जाए।
बुद्धि मन और शरीर से भी हम अपने संबंधियों, पड़ोसियों,
परिचितों की सहायता कर सकते हैं। किसी बूढ़े व्यक्ति को
सड़क पार करा कर देखें- उसकी मुस्कान आपके दिन को खुशी से
भर देगी। इसी प्रकार बहुत से काम अकेले या सामूहिक रूप से
किये जा सकते हैं। अपने बड़ों से मिलना उनकी सुख सुविधा का
ध्यान रखना या फिर किसी संस्था के साथ मिलकर शहर की सफाई
और सजावट में हाथ बटाने से मन को बहुत सी प्रसन्नता
प्राप्त होती है।
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नवंबर १९१४ |