कहानियों
में
शरद पगारे द्वारा विश्व की पहली
प्रेम कथा
अपने
समकालीन नरेशों काशीराज प्रसेनजित मगधदेश बिम्बसार और अवांति के दुर्धर्ष
स्वामी चंड प्रद्योत की तुलना में वत्स नरेश उदयन का व्यक्तित्व अधिक सलोना
रूमानी रोमांचक और कला प्रेम से ओतप्रोत था। वे न केवल एक शासक वरन
वीणा वादन के महान कलाकार थे। उनके कलात्मक व्यक्तित्व पर रूपसी आम्रपाली
भी मर मिटी थी।
साहित्य संगम में
पद्मा सचदेव की डोगरी कहानी
कल कहाँ जाओगी
सुबह की पहली किरण की तरह वो मेरे आऋान में छन्न से उतरी थी। उतरते ही टूटकर बिखर गयी थी। और उसके बिखरते ही सारे आँगन में पीली
सी चमकदार रोशनी कोने कोने तक फैल गयी थी।
खिलखिलाकर जब वो सिमटती तो रोशनी का एक घना बिंदु आँगन
के बीचो-बीच लरजने लगता और उसकी बेबाक हसी से आँगन
के जूही के फूल खुलकर अपनी खुशबू बिखेरने लगते।
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परिक्रमा
में
बृजेशकुमार शुक्ला प्रस्तुत कर रहे हैं
प्रेम दिवस
से संबंधित विशेष जानकारी
हास्य
व्यंग्य में
धीरेन्द्र वर्मा का आलेख
हास्टल में वार्डन से मुठभेड़
पर्यटन
में
पर्यटक के साथ एडिनबर्ग की सैर
ऐतिहासिक इमारतों में बसा एडिनबर्ग
साहित्यिक
निबंध में
राहुल सांस्कृत्यायन का निबंध
अथातो घुमक्कड़ कथा
रसोईघर में
नमकीन के अंतर्गत व्यंजन विधि
समोसा और मिठाइयों में है
बादाम बर्फी
स्वाद और स्वास्थ्य में
जानिये मूली के स्वास्थ्य संबंधी गुण
पौष्टिक गुणों से मालामाल मूली
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पिछले
अंक से-
गौरव गाथा में
महाकवि निराला की कहानी
पद्मा और लिली
प्रकृति में
डा भगवती शरण मिश्र का आलेख
वर्षा विगत शरद ऋतु आई
कलादीर्घा में
लोककलाओं की शैलियों के अंतर्गत
कांगड़ा
प्रेरक प्रसंग में
रश्मि रेखा चातोंबा का आलेख
रास्ते की रूकावट
उपहार में
एक और जावा आलेख कविता सहित
दोस्त हरदम साथ रहना
संस्मरण
में
धर्मवीर भारती का आलेख
जब मैंने पहली निजी पुस्तक
खरीदी
पर्व परिचय में
मकर संक्राति के अवसर पर
आस्था का आलेख
पतंगों का पर्व उत्तरायण
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