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घर-परिवार जीवन शैली - स्वास्थ्य


शाकाहारी भोजन में प्रोटीन का भंडार दालें
(जिन्हें नित्य खाना चाहिये
(संकलित)


११- मूँग साबुत
स्वाद में मीठी और नटी।

यह छोटे, हरे और अंडाकार दाने होते हैं। इन्हें दाल के रूप में या अंकुरित करके खाया जाता है। अंकुरित मूँग से उसळ और मिसळ पाव जैसे व्यंजन बनते हैं। सलाद में भी अंकुरित मूँग का प्रयोग स्वादिष्ट लगता है। सूप और कोफ्ते में भी इसका प्रयोग होता है। दाल के रूप में पकाने के लिये इन्हें रातभर भिगोना ज़रूरी है।

साबुत मूँग खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है, वजन घटाने में मदद मिलती है, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है, और शरीर को पर्याप्त आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं। यह दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, एनीमिया से बचाव करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी सहायक है। अंकुरित मूँग खाने से रक्त संचार बेहतर होता है, साथ ही रक्त के थक्के जमने की समस्या भी दूर होती है।
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दालों में मुख्य रूप से एल्ब्यूमिन और ग्लोब्युलिन जैसे प्रोटीन पाए जाते हैं। ये प्रोटीन दालों में पाए जाने वाले प्रमुख भंडारण प्रोटीन हैं, जो पौधे को पोषण प्रदान करते हैं और मनुष्य की विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं में शामिल होते हैं। दालों में पाए जाने वाले प्रोटीन की मात्रा विभिन्न प्रकार की दालों में अलग-अलग होती है, इसके अतिरिक्त, बिना धुली छिलका दालें या साबुत दालें फाइबर, आयरन और आवश्यक अमीनो एसिड से भी भरपूर होती हैं, जो मांसपेशियों के विकास, पाचन और हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होते हैं।

१. . . . . . . . . १०. ११. १२.

१ नवंबर २०२४

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