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शाकाहारी भोजन में प्रोटीन का भंडार दाले
(जिन्हें नित्य खाना चाहिये
(संकलित)
५- तूर या
अरहर दाल धुली
स्वाद में हल्की मीठी
और नटी।
यह बड़ी, पीली और लंबी दाल होती है। देखने में चने की दाल
जैसी लेकिन कुछ पतली। इसके सबसे प्रसिद्ध व्यंजन हैं—दाल
तड़का और सांभर। इसे पालक, मेथी आदि के साथ भी पकाया जाता
है। गुजराती पूरनपोली में चनादाल के स्थान पर तूर दाल का
प्रयोग किया जाता है।
इसे बिना भिगोए पकाया जा
सकता है यद्यपि भिगोने से इसके पकाने के समय में अच्छी बचत
होती है। यह दाल बिना भिगोए लगभग चालीस मिनट में पक जाती
है। एक पौष्टिक दाल है जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट,
फाइबर, और विभिन्न विटामिन और खनिजों का अच्छा मिश्रण होता
है. यह कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम,
और जिंक जैसे खनिजों का भी एक अच्छा स्रोत है.
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दालों में मुख्य रूप से एल्ब्यूमिन और ग्लोब्युलिन जैसे
प्रोटीन पाए जाते हैं। ये प्रोटीन दालों में पाए जाने वाले
प्रमुख भंडारण प्रोटीन हैं, जो पौधे को पोषण प्रदान करते
हैं और मनुष्य की विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं में शामिल
होते हैं। दालों में पाए जाने वाले प्रोटीन की मात्रा
विभिन्न प्रकार की दालों में अलग-अलग होती है, इसके अतिरिक्त, बिना धुली छिलका दालें
या साबुत दालें
फाइबर, आयरन और आवश्यक अमीनो एसिड से भी भरपूर होती हैं,
जो मांसपेशियों के विकास, पाचन और हृदय स्वास्थ्य के लिए
लाभप्रद होते हैं।
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