ग्रहों से वृक्ष और पौधों
का संबन्ध
(संकलित)
४-
बुध के लिये अपामार्ग और विधारा
मिथुन और
कन्या राशि का
स्वामी बुध होता है। इसके प्रतिनिधि पौधे हैं अपामार्ग और
विधारा। अपामार्ग का वानस्पतिक नाम है- एकिरेंथस एस्पेरा।
इसका पौधा भारत में सभी प्रांतों में जंगलीरूप में पाया
जाता हैं। यह १ से ३ फ़ुट ऊँचा होता हैं। शाखाएँ पतली पर
गाँठों पर मोटी होती हैं। अपामार्ग में पोटैशियम की मात्रा
बहुत अधिक होती हैं और इसकी जड़ में बलगम, खाँसी और दमा को
दूर करने के चमत्कारी गुण हैं। इस पौधे की ८-१० सूखे
पत्तों को हुक्के में रख कर पीने से साँस लेने में लाभ
होता हैं। अपामार्ग की जड़ दाँतों को मजबूत बनाती है, इसे
बटुए में रखने पर बुध ग्रह से पीड़ित व्यक्ति को आर्थिक
तंगी नहीं होती।
विधारा
सदाबहार लता है जो भारतीय उपमहाद्वीप की देशज है। यहाँ से
यह हवाई, अफ्रीका, केरेबियन देशों में गई है। इसे
'अधोगुडा' भी कहते हैं। इसकी दो प्रजातियाँ हैं: अर्गीरिया
नर्वोसा तथा अर्गीरिया स्पेसिओसा जो आयुर्वेदिक औषधियों
में प्रयुक्त होती है। अर्गीरिया नर्वोसा प्रजाति नर्वोसा
से मन:प्रभावी औषधि (साइकोएक्टिव ड्रग) बनाए जाते हैं।
विधारा को घाव बेल भी कहते हैं। यह घाव को जल्दी भर देता
है।
१
अप्रैल २०१८ |