गौरव ग्रंथ में
इस्मत चुग़ताई की बहुचर्चित कहानी
'लिहाफ'
यह
जब का जिक्र है जब मैं छोटी सी थी और दिन भर भाइयों और उनके दोस्तों
के साथ मार कुटाई में गुज़ार दिया करती थी। कभी कभी मुझे ख़याल
आता कि मैं कमबख्त़ इतनी लड़ाका क्यों थी उस उम्र में जबकि मेरी और बहनें
आशिक जमा कर रही थीं मैं अपने पराये हर लड़के और लड़की से जूतम पैजार
में मशगूल थी।
प्रेरक प्रसंग में
विवेकानंद के जीवन से संबंधित एक
प्रेरणादायक प्रसंग
साधुमन
डा ऋतुपर्ण शर्मा की कलम से।
फुलवारी में
पराग ज्ञानदेव चौधरी की कहानी
'अनोखी तरकीब'
तथा
पूर्णिमा वर्मन की कविता
मेरा छाता
उपहार
में एक
सुन्दर जावा आलेख हिन्दी कविता के साथ
फूलों की सुरंगों में
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संस्मरण में
घनश्याम दास आहूजा की कलम से
धूम्रपान से मुक्ति संबंधित उनका
साहसिक आत्मकथन
धुए
से आज़ादी
घर परिवार में
दिन भर तरोताज़ा और
स्फूर्तियुक्त बने रहने के व्यावहारिक उपाय
स्फूर्तिदायक सुबह
कला दीर्घा
में
गुजरात की रथवा कलाकृतियों
के बारे में रोचक जानकारी
गुजरात
की अन्य लोक कलाओं की भांति इन चित्रों में भी चटकीले रंगों और रंगों की
विविधता के दर्शन होते हैं। पशुपक्षियों के चित्रण में विस्तार देखने को
मिलता है और रेखओं में लय का सुंदर प्रयोग किया जाता है। घोड़े और हाथियों
के वस्त्र तथा मछली और मुर्गियों का सौंदर्य देखते ही बनता है।
पर्व परिचय में
भारत में सितंबर के महीने में मनाए
जाने वाले पर्वो की संक्षिप्त जानकारी
सितंबर माह के पर्व
में
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अनुभूति में
जारी है
वर्षा
महोत्सव
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पिछले अंकों से
साहित्य संगम में
ई हरिकुमार की मलयालम कहानी
सांवली मालकिन
कहानियों में
मृणाल पांडे की बारिश के मौसम में भीगती 'चिमगादड़ें
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हास्य
व्यंग्य
में
हरिशंकर परसाईं की व्यंग्यऋरचना
आध्यात्मिक पागलों का मिशन
प्रकृति पर्यटन
में डा रेखा सिन्हा का ललित निबंध
आई बरखा बहार
स्वाद और स्वास्थ्य
में खजूर के फल के विषय में रोचक जानकारी से
भरपूर लेख
खास उल ख़ास खजूर
रसोईघर में
खजूर के
तीन स्वादिष्ट व्यंजन
केसर खजूर कुल्फी खीर खजूर और खजूर के रोल
सामयिकी में १९
अगस्त को हजारी प्रसाद द्विवेदी के जन्म दिवस पर डा सुरेशचंद्र शुक्ल की
रचना
भारतीय संस्कृत के आख्याता
हजारी प्रसाद द्विवेदी
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