३१-
एक छोटा तालाब
बगीचों में
पानी की शोभा सौंदर्य का एक नया आयाम देती है। बगीचा छोटा
हो तो एक छोटी टंकी या बड़ा टब रखकर तालाब बनाया जा सकता
है। टब को मिट्टी में गाड़ दें और उसके किनारों को पत्थरों
से छुपा दें। तालाब साफ़ रहे इस बात का ध्यान रखना जरूरी
है। तालाब के लिये बगीचे में ऐसी जगह का चुनाव करें जहाँ
चार पाँच घंटे अच्छी धूप आती हो। इस पानी में कमल तथा अन्य
वनस्पति उगाई जा सकती है।
३२-
मूर्ति या झरना
बगीचे में कोई
एक स्थान ऐसा भी होना चाहिये जहाँ हम कोई मूर्ति रख सकें।
अगर बगीचे में कोई तालाब नहीं है तो यहाँ एक झरना भी रखा
जा सकता है। झरना और मूर्ति का आकार बगीचे में खाली स्थान
के अनुसार बड़ा या छोटा हो सकता है। अच्छा हो कि यह स्थान
दीवार से सटा हुआ हो। ताकि पीछे से बिजली का कनेक्शन लिया
जा सके, जो झरना चलाने या मूर्ति के ऊपर लैंप जलाने के काम
आ सकता है।
३३-
बाग में रौशनी
रात में बगीचे का
सौंदर्य रौशनी से ही होता है। लाइट कैसी लगानी है यह सब इस निर्भर करता है कि बगीचा कितना बड़ा है और उसमें रात
में रौशनी की कितनी और कैसी आवश्यकता है। आम तौर पर पानी के पास एक
लाइट होना जरूरी है ताकि गल्ती से कोई पानी में न गिर जाय।
इसी प्रकार सीढ़ियों के पास एक छोटी लाइट दी जा सकती है।
कभी कभी किसी ऐसे कोने पर सिर्फ एक लाइट से ही बगीचे में
निखार आ सकता है, अगर उसे इस प्रकार लगाया जाय कि बगीचे का
सबसे सुंदर कोना रौशनी से नहा उठे।
१ नवंबर २०१९.