११-
केले के छिलकों के लिये गुलाबों की क्यारी
केले के छिलके में कई तरह के पौष्टिक तत्व होते हैं, जो
पौधों के लिये लाभदायक साबित होते हैं। केले के छिलके में
एंटीऑक्सीडेंट, फंगसरोधी, एंटी- बैक्टीरियल और एंजाइम के
गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा केले के छिलके में विटामिन
बी-६, बी-१२, मैग्नीशियम और पोटैशियम भी भरपूर मात्रा में
पाया जाता है। यह गुलाबों और टमाटरों और शिमला मिर्च के
पौधो के लिये बहुत उपयोगी। है। इसलिये केले के छिलकों इन
पौधों
की क्यारियों में गाड़ें। गहरा खोदने की आवश्यकता नहीं है,
लगभग दो इंच मिट्टी हटाएँ और उसी मिट्टी से छिलके को वहाँ
दबा दें। इसी प्रकार केले के छिलकों का प्रयोग अन्य फूलों
या सब्जियों की क्यारियों में पोटैशियम की प्रचुर मात्रा
के लिये किया जा सकता है। यह रासायनिक पोटैशियम से अधिक
सुरक्षित है।
१२-
चाय की पत्ती पौधों की खाद
चाय की पत्ती पौधों के लिये बहुत अच्छी खाद है। इसे सुखा
लें और मिट्टी में मिला दें। अगर टी बैग का प्रयोग करते
हैं तो बैग फेंक दें और चाय के चूरे को मिट्टी में मिला
दें। अगर फिल्टर काफी पीने का शौक है तो इसका बचा हुआ चूरा
भी पौधों के लिये अच्छा है। अधिक नाइट्रोजन की जरूरत वाले
पौधे जैसे कैमेलिया, हाइड्रेन्जिया और गुलाब के लिये यह
बहुत स्वास्थ्यवर्धक है।
१
अप्रैल २०१९