रसोईघर  में

स्वाथ्यवर्धक सेब का हलवा
हर-मौसम-में-सुलभ-और-स्वादिष्ट

घर परिवार में 
सुनो कहानी

अगर आपको अपनी दादी या नानी की याद है जो बडे़ चाव से अभिनय और बदलती आवाज़ों के साथ कहानी सुनाया करती थीं तो मनोरंजन के वे पल आपकी आँखों के सामने साकार हो उठे होंगे। जब सर्दियों की रातों में मूँगफली टूँगते हुए सारा कुनबा एक कमरे में एकठ्ठा हो जाता था।


स्वाद और स्वस्थ्य में 
सदाबहार सेब के अंतर्गत
सेब के गुणों की चर्चा



उपहार में



एक और मधुर संयोजन
उस नीलम की संध्या में 
जावा आलेख 
हिन्दी कविता के साथ

 

पर्व परिचय में 
जून माह के पर्व 

हर साल जून के महीने में राजस्थान के माउंट आबू शहर की पन्ने सी हरी पहाड़ियों  नीलम सी नीली झीलों नयनाभिराम वादियों और मनोरम जलवायु में ग्रीष्म महोत्सव मनाया जाता है। तीन दिनों के इस उत्सव में शास्त्रीय संगीत और लोक नृत्य दर्शकों के लिये भारत के सांस्कृतिक और लोक जीवन की एक खिड़की खोल देते हैं।


प्रेरक प्रसंग में
अब्दुर्रहीम खानखाना के जीवन पर आधारित सुधीर निगम का प्रेरक प्रसंग 
नियम सबके लिये है

 

कला दीर्घा   में
वरली के विषय में रोचक और उपयोगी जानकारी

 

 साहित्य समाचार 



फुलवारी
 में
पूर्णिमा वर्मन की कविता
पिटूनिया के प्यारे फूल
और कहानी
चालाकी का फल

 

कविताओं की पत्रिका
अनुभूति में

डॉ जगदीश गुप्त का
भाव प्रबंध -
साँझ


पिछले अंक से-

पर्यटन में दीपिका जोशी का लंबा यात्रा वृतांत सिंगापुर बैंकाक और पटाया का त्रिकोण

 

कहानियों में
तेजेन्द्र शर्मा की कहानी 
जीना यहाँ किसके लिये

 

साहित्य संगम में  बिपिन बिहारी मिश्र की उड़िया कहानी प्रतियोगी

 

दो पल में अश्विन गांधी का आलेख- एक महल हो सोने का

 

हास्य व्यंग्य में राजेन्द्र त्यागी का जबरदस्त व्यंग्य लेख भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होगा

 

साहित्यिक निबंध में
दिविक रमेश की रचना
कला माध्यम संवाद या विवाद

प्रकाशन : प्रवीण सक्सेना -|- परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन, कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन
 
सहयोग : दीपिका जोशी
तकनीकी सहयोग  प्रबुद्ध कालिया

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