तेजेंद्र शर्मा
जन्म: २१ अक्तूबर
१९५२ (जगरावाँ -
पंजाब) भारत।
शिक्षा : एम. ए. अंग्रेज़ी (दिल्ली विश्वविद्यालय)
समकालीन कथा साहित्य में तेजेंद्र शर्मा एक चर्चित नाम है।
तेजेंद्र शर्मा की कहानियाँ उनके सजग साहित्यकार होने का प्रमाण है। वे परिवेश में से पात्र चुन लेते हैं जो पन्नों पर उनकी लड़ाई
लड़ते हैं। विषय वैविध्य और विषयों की सामायिकता तेजेंद्र शर्मा की कहानियों की अन्य विशेषताएँ
है। कथा साहित्य में शिल्प एवं शैली के स्तर पर जो परिवर्तन हुए हैं, उनकी झलक
तेजेंद्र शर्मा की कहानियों में देखने को मिलती है। उन्होंने दूरदर्शन के लिए
'शांति' धारावाहिक का लेखन किया है, अन्नु कपूर
निर्देशित फ़िल्म 'अमय' में नाना पाटेकर के साथ अभिनय किया है तथा वे हिंदी साहित्य के एकमात्र
अंतर्राष्ट्रीय सम्मान 'अंतर्राष्ट्रीय इंदु शर्मा कथा सम्मान' प्रदान करनेवाली
संस्था 'कथा यू. के.' के सचिव हैं।
प्रकाशित कृतियाँ :
तेजेंद्र शर्मा के काला सागर (१९९०) ढिबरी
टाईट(१ ९९४), देह की कीमत (१९९९) यह क्या हो गया (२००३), पासपोर्ट के रंग (२००६) और
बेघर आंखें (२००७)
नाम से छे कहानी संग्रह तथा ये घर तुम्हारा
है... (२००७) नाम से एक कविता संग्रह प्रकाशित
हो चुके हैं। ढिबरी टाइट नाम से पंजाबी, इँटों का जंगल नाम से उर्दू तथा पासपोर्ट का रंगहरू नाम से नेपाली में उनकी
अनूदित कहानियों के संग्रह प्रकाशित हुए हैं।
उन्होंने तीन अँग्रेज़ी पुस्तकें भी लिखी हैं। वे इंग्लैंड से प्रकाशित होने वाली
पत्रिका पुरवाई का भी दो वर्ष तक संपादन कर चुके हैं।
पुरस्कार / सम्मान:
१ .ढिबरी टाइट के लिये महाराष्ट्र राज्य साहित्य अकादमी पुरस्कार - १९९५
(प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के हाथों।)
२. सहयोग फ़ाउंडेशन का युवा साहित्यकार पुरस्कार - १९९८
३. सुपथगा सम्मान -१९८७
४. कृति यू.के. द्वारा वर्ष २००२ के लिये "बेघर आँखें" को सर्वश्रेष्ठ कहानी का
पुरस्कार
५. प्रथम संकल्प साहित्य सम्मान – दिल्ली (२००७)
६. तितली बाल पत्रिका का साहित्य सम्मान – बरेली (२००७)
७. भारतीय उच्चायोग द्वारा डॉ. हरिवंशराय बच्चन सम्मान (२००८)
८. हरियाणा साहित्य अकादमी सम्मान एवं
९. प्रवासी भारतीय हिन्दी भूषण सम्मान
संप्रति : लंदन के ओवरग्राउण्ड रेलवे में कार्यरत।
संपर्क :
kahanikar@hotmail.com
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