बारह पौधे जो साल-भर फूलते हैं
(संकलित)
७- पेंटास
पेंटास (पेंटास लांसोलाटा) का पौधा लगभग दो फुट ऊँचा
झाड़ीनुमा होता है। इसमें पाँच-पंखुड़ी वाले सितारे जैसे
आकार के फूल आते हैं। आकार के कारण इन्हें मिस्र के सितारे
या इजिप्शियन स्टार भी कहा जाता है। वसंत से लेकर दीपावली
तक ये पौधा फूलों से भरा रहता है। दिसंबर जनवरी में सर्दी
ज्यादा हो तो फूल कम हो जाता हैं। इस पौधे को काट-छाँटकर
मनचाहे आकार में ढाला जा सकता है। इसके फूल आम तौर पर
गुलाबी, बैंगनी, नारंगी, लाल या सफेद रंग के होते हैं। फूल
गुच्छों मे खिलते हैं और नये फूलों के रंग कुछ हल्के होते
हैं। जैसे लाल का नया पौधा गुलाबी दिखता हैँ। काफी धीमी
गति से बढ़ने वाले ये पौधे आमतौर पर गमले या क्यारी में
लगाए जाते हैं। पेंटास पौधे कम रखरखाव वाले पौधे हैं,
बशर्ते उन्हें भरपूर पानी, धूप और गर्मी मिले। सूखे फूलों
पत्तियों और टहनियों की नियमित सफाई रखें और वसंत ऋतु में
ठीक से खाद दे दें। आमतौर पर उनमें कोई बीमारी नहीं लगती।
अधिक फूलों के लिये हर महीने एक मुट्ठी वर्मी कम्पोस्ट
इनमें डाल सकते हैं।
सर्दी में पेंटास की विशेष देखभाल करनी पड़ती है। जैसे ही
तापमान १८ डिग्री फैरेनहाइट नीचे गिरा वे मरने लगेंगे। उस
समय अगर वे बगीचे में धरती पर लगे हुए हैं तो उनको खोदकर
गमलों में लगाकर अच्छे प्रकाश वाली किसी ऐसी जगह पर रखना
चाहिये जहाँ तापमान १८ डिग्री या उससे अधिक हो। अगर ये
गमले में लगे हैं तो गमले उठाकर अंदर रखने की व्यवस्था
करनी पड़ेगी।
पेंटास के पौधे बीज से या कटिंग से उगते हैं। गाँठ वाली
टहनी से वसंत ऋतु में कटिंग लें और कटिंग वाले सिरे तो
रूटिंग हार्मोन में डुबा कर तने को बालू वाली मिट्टी में
दबा दें। मिट्टी में नमी बनाए ऱखें अधिक पानी न दें। कुछ
ही सप्ताह में इनमें जड़ें आने लगेंगी। इसके बाद इन्हें
गमलों या क्यारियों में लगाया जा सकता है। |