डा. सुदर्शन
प्रियदर्शिनी
जन्म- १९४२
में लाहौर में।
शिक्षा- हिंदी
में पी-एच. डी. (पंजाब यूनिवर्सिटी १९८२) आत्मकथात्मक शैली
के हिंदी उपन्यासों का अध्ययन विषय पर।
कार्यक्षेत्र-
१६ वर्षों तक
हिमांचल प्रदेश में हिंदी अध्यापन। अंग्रेज़ी पत्रिका
फ्रेगरेंस का प्रकाशन तथा अमेरिका में रेडियो व टेलिविज़न
कार्यक्रमों का निर्माण।
प्रकाशित कृतियाँ-
उपन्यास- सूरज नहीं उगेगा, रेत के घर, जलाक, न भेज्यो बिदेस,
अब के बिछुड़े।
कहानी संग्रह- कांच के टुकड़े, उत्तरायण
कविता संग्रह- शिखंडीयुग, यह युग रावण है, मुझे बुद्ध नहीं
बनना।
पंजाबी कविता संग्रह- मैं कौन हाँ। इसके अतिरिक्त भारत व अमेरिका के कई
संकलनों में रचनाएं संकलित। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में
रचनाओं का प्रकाशन।
पुरस्कार व सम्मान-
हिंदी परिषद कनाडा का महादेवी पुरस्कार, फेडरेशन ऑफ इंडिया
ओहियो का महानता पुरस्कार, ओहियो यू.एस.ए. का गवर्नस
मीडिया पुरस्कार तथा हरियाणा कहानी पुरूस्कार २०१२।
संप्रति : क्वीनलैंड,
ओहायो, अमेरिका में निवास और साहित्य सृजन रत।
संपर्क :
sudarshansuneja@yahoo.com
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