बारह पौधे जो साल-भर फूलते हैं
(संकलित)
११- चाँदनी
चाँदनी भारत के लगभग हर घर में पाया जाने वाला
उष्णकटिबंधीय बारहमासी पौधा है। लगभग बारहों मास यह छोटे
छोटे सुंदर सफेद फूलों से भरा रहता है जिससे बगीचे की शोभा
बनी रहती है। एक बार जड़ पकड़ लेने पर इस पौधे को बहुत
देखभाल की आवश्यकता नहीं होती। केवल सर्दियों में इसका
पतझड़ होता है और वसंत में यह फिर से हरा भरा हो जाता है।
इस पौधे को नमी पसंद है लेकिन जलभराव पसंद नहीं है इसलिये
इसको कोकोपीट और वर्मी कम्पोस्ट पच्चीस प्रतिशत और बाकी
रेतीली मिट्टी मिलाकर लगाना चाहिये। नाइट्रोजन, फासफोरस और
पोटेशियम के मिश्रण का खाद इसे फूलों से भर देगा। चाँदनी
में सुगंध नहीं होती लेकन इसकी २०० से अधिक प्रजातियों में
चमेली जुही और मनोकामिनी जैसे फूल भी आते हैं जिनमें बहुत
ही मोहक सुगंध होती है। चाँदनी समूह के पौधे झाड़ी या पेड़
के रूप में होते हैं और ये दो फुट से पाँच छह फुट तक ऊँचे
हो सकते हैं। यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि उनकी
कटिंग किस प्रकार की जाती है।
गमले में लगा हो तो अत्यधिक सर्दी से चमेली का पौधा सूख
सकता है इसलिये उसे धूप में रखें और ज्यादा पानी से बचाव
करें। सूखी टहनियाँ और पत्तियाँ हटाते रहें। सर्दियों के
समाप्त होते ही उसकी सफाई कर के उसमें वर्मी कम्पोस्ट
डालकर गुड़ाई कर दें। चाँदनी पर आमतौर से कीटों के आक्रमण
नहीं होते लेकिन इसकी दूसरी किस्में जैसे चमेली पर एफिड्स,
व्हाइटफ्लाइज़ और माइट्स लग सकते हैं जो पौधे को नुकसान
पहुँचाते हैं, जब कि कैटरपिलर, बुडवर्म और वेबवॉर्म के
कारण पत्तियों को भी नुकसान हो सकता है। कीटों से छुटकारा
पाने का सबसे अच्छा तरीका साबुन के पानी का छिड़काव है
जिसका छिड़काव पत्तियों पर किया जा सकता है। यदि आप जानते
हैं कि कीट क्या है, तो इसे उपयुक्त कीटनाशक स्प्रे से
रोका जा सकता हैं।
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