आयुर्वेद की दृष्टि से उपयोगी बारह पौधे
जो हर
घर में उगाए जा सकते हैं।
(संकलित)
९- हल्दी का पौधा
हल्दी में रंग महक एवं औषधीय गुण पाये जाते हैं इसलिये
इसका उपयोग प्राचीनकाल से विभिन्न रूपों में किया जाता आ
रहा हैं। यह शरीर के तंतुओं की सुरक्षा करता है एवं
जीवाणुओं को मारता है। इसी कारण भोजन और प्रसाधन में इसका
सबसे अधिक उपयोग होता है। भारत विश्व में सबसे बड़ा हल्दी
उत्पादक देश है। भारत में हल्दी का विभिन्न रूपों में
निर्यात जापान, फ्रांस यू.एस.ए., यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी,
नीदरलैंड, सउदी अरब एवं आस्ट्रेलिया को किया जाता है।
हल्दी का उत्पादन सभी प्रकार की मिट्टी में किया जा सकता
हैं, परंतु जल निकास उत्तम होना चाहिए। इसका पौधा अप्रैल
या मई में लगाया जाता है। हल्दी की गाँठ को बोने से पहले
इसका अंकुरण किसी नम कपड़े में रखकर किया जाता है और
अंकुरण होने के बाद इसे मिट्टी में रोपा जाता है। छायादार
स्थानों पर भी हल्दी के पौधे बहुत अच्छी तरह पनपते हैं।
सात से दस माह में इसके पत्ते सूखने लगते हैं तब इसमें
पानी देना बंद कर देते हैं। जनवरी से मार्च के बीच में इसे
खोदकर निकाल लेते हैं। दो तीन दिन सूखने के बाद इसे साफ
किया जाता है। घर पर हल्दी उगाने की विधि बताने वाले बहुत
से वीडियो यू ट्यूब पर देखे जा सकते हैं।
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