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						आयुर्वेद की दृष्टि से उपयोगी बारह पौधे  
						
						जो हर 
						घर में उगाए जा सकते हैं। 
						
						(संकलित) 
						 
						
						
						
						७- लेमन ग्रास का पौधा 
						
						लेमन ग्रास छोटा-सा 
						झाड़ीनुमा पौधा है। नीबू की सुगन्ध वाले इस पौधे का प्रयोग 
						भोजन और चाय में स्वाद व सुगंध के लिये किया जाता है। 
						लेमनग्रास की पत्तियाँ ऑक्सीकरण रोधी, शोथरोधी 
						(एंटीइंफ्लामेंटरी) और रोगाणुरोधी (एंटीसेप्टिक) गुणों से 
						भरपूर होती है, जो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से बचाए 
						रखने में मददगार होती है। इसकी पत्तियों में विटामिन सी 
						काफी मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से जुकाम, कफ, 
						बदन दर्द और बुखार में आराम मिल जाता है। पेट से संबंधित 
						समस्याओं और मानसिक समस्याओं में भी यह लाभदायक है। यह 
						बगीचे को कीट मुक्त रखने में भी सहायक होता है, साथ ही 
						मस्तिष्क के लिये भी लाभप्रद है। 
						 
						इसको किसी भी बगीचे में या छत पर गमले में भी ठीक से पनप 
						जाती है। इस पौधे को सर्दियाँ छोड़कर कभी भी उगाया जा सकता 
						है। सर्दियों के मौसम में इसके छोटे पौधे जल्दी नहीं 
						बढ़ते। बरसात का मौसम इसे लगाने के लिये सर्वश्रेष्ठ है। 
						इसके पौधे में से खुद छोटे छोटे कन्द निकलते है। इन कन्दों 
						को दूसरी जगह रोपकर नया पौधा बनाया जा सकता है। बरसात में 
						लगाया गया लेमनग्रास का पौधा बहुत जल्दी बड़ा होता है। तीन 
						महीने में एक बार इसमें गोबर खाद देनी चाहिये और पानी कम 
						देना चाहिये। पौधा लगाने के चालीस से साठ दिन बाद इसकी 
						पत्तियाँ उपयोग में ले सकते है। पत्तियों को भूमि से दस 
						पंद्रह सेंटीमीटर ऊपर से काटना चाहिये। 
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