१५ सुझाव जो जीवन को
स्वस्थ, सुखद, संतुष्ट बना सकते हैं
(संकलित)
१०. कुछ समय केवल अपने लिये निकालें
अनेक बार हमारे दुखों का कारण यह होता है कि हम हर समय
केवल दूसरों के लिये काम करते हैं। पति, बच्चे, संबन्धी, स्कूल, घर आदि आदि
और ऐसा लगने लगता है कि अपनी खुशियों के लिये कोई भी समय नहीं बचा है। इससे
निराशा और चिड़चिड़ापना आने लगते हैं।
घर में जब पति काम पर गए हों, बच्चो
स्कूल में हों और कोई नौकर आदि घर में न आने वाला हो एक समय अपने लिये
सुनिश्चित करें। इस समय को ध्यान, पूजा, अपनी देखभाल, सौंदर्यचर्या,
किताबें पढ़ना, फिल्म देखना या जो भी काम आपको सबसे अच्छा लगता है उसमें
खुशी से लगाएँ, उसका आनंद लें, आपनी आत्मा के सुख का ध्यान रखें। जीवन
खुशियों से भर जाएगा।
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दिसंबर १९१४ |