भारत के विचित्र गाँव
जैसे
विश्व में अन्यत्र कहीं नहीं हैं
७-
सबसे बड़े और ऊंचे मठों वाला गाँव किब्बर।
स्पीति घाटी, हिमाचल प्रदेश में १४ हजार फुट की ऊँचाई पर
बसा गाँव किब्बर दुनिया के सबसे बड़े और ऊँचे मठों वाला
गाँव है। स्पीति घाटी में बौद्धों के तीन सम्प्रदाय हैं-
गेलुक्पा, साक्य और निंगमा। स्पीति में इन तीनों
सम्प्रदायों के गोम्पा (बौद्ध मठ) हैं। गेलुक्पा के सबसे
बड़े गोम्पा 'की' में, साक्य का कोमिक में और निंगमा का
ताबो में है। काजा का गोम्पा भी साक्य सम्प्रदाय का है और
कोमिक गोम्पा के अधीन है। यहाँ के लोग अलग अलग सम्प्रदाय
से संबंधित होते हैं लेकिन सभी सम्प्रदायों के लिये समान
भाव रखते हैं।
गोम्पा में अनेक गुरु और शिष्य (बौद्ध भिक्षु) होते हैं।
ये बचपन से ही यहाँ धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करते हैं,
पूजा पाठ और धार्मिक क्रिया-कलाप सीखते हैं और मठ की
व्यवस्था की देखरेख भी। इसमें लड़के और लड़कियाँ दोनो होते
हैं। लडके को लामा कहते हैं और लडकी को नन या चोमो। लामा
और चोमो के लिये अलग-अलग गोम्पा होते हैं। पूजा-पाठ और
धार्मिक क्रिया-कलाप सीखते हैं। इनके धार्मिक ग्रन्थ को
कंजुर और तंजुर कहा जाता है। कंजुर-तंजुर इतने पवित्र माने
जाते हैं कि इनकी प्राचीन हस्तलिखित प्रतियाँ बेहद संभालकर
रखी जाती हैं और विशेष धार्मिक अवसरों पर ही बाहर निकाली
जाती हैं और इनकी पूजा भी की जाती है। मठ के अंदर थंगक
शैली की दुर्लभ चित्रकारी है।
किब्बर हिम तेंदुए के कारण प्रसिद्ध है। किब्बर के आसपास
खूब हिम तेंदुए पाये जाते हैं। यहां तक कि ये गाँव में भी
घुस आते हैं। किब्बर अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए भी
विश्व प्रसिद्ध है। इसे शीत मरुस्थल भी कहा जाता है।
गोंपों और मठों की इस धरती पर प्रकृति के विभिन्न रूप
परिलक्षित होते हैं। कभी घाटियों में फिसलती धूप देखते ही
बनती है तो कभी खेतों में झूमती फसलें मन मोह लेती हैं।
कभी यह घाटी बर्फ के दोशाले में दुबक जाती है तो कभी
बादलों के टुकडे यहां के खेतों और घरों में बगलगीर होते
दिखते हैं। घाटी में कहीं सपाट बर्फीला रेगिस्तान है तो
कहीं हिम शिखरों में चमचमाती झीलें।
१
जुलाई २०१८ |