नन्हीं पत्तियाँ प्यारे पौधे
घर का रूप सँवारें और
पर्यावरण निखारें
(संकलित)
४- सिन्गोनियम मिनी पिक्सी-
सिन्गोनियम पौधा झाड़ी या लता दोनो रूपों में आकर्षित करता
है। दिल के आकार वाले नुकीले पत्ते देखते ही बनते हैं
जिनका आकार देखभाल और रखरखाव के अनुसार छोटा या बड़ा हो
सकता है। इसके पत्ते हरे, लाल, सफेद या बहुरंगी अनेक
प्रकार के हो सकते हैं। पत्तियाँ किस आकार की होती हैं, यह
अंकुरों की उम्र और किस्म पर निर्भर करता है। छोटी
पत्तियों के लिये सिंगोनियम मिनी पिक्सी सबसे आकर्षक
प्रजाति है।
सिन्गोनियम की अधिकांश किस्मों के लिए सामान्य देखभाल की
आवश्यकता होती है। इसे रौशनी पसंद है, लेकिन सीधे सूर्य की
रोशनी उसे जला देगी इसलिये उसे किसी ऐसे स्थान पर रखें
जहाँ खूब प्रकाश हो लेकिन सूरज की सीधी धूप उस पर न पड़े।
किस्म के पत्तों के रंग और प्रकाश की आवश्यकताओं के आधार
पर स्थान का चयन करना भी महत्वपूर्ण है। हल्के रंग की
पत्तियों या सफेद रंग के सिन्गोनियम की किस्मों को अधिक
प्रकाश की आवश्यकता होती है। पूरी तरह से हरी किस्मों में
अधिक क्लोरोफिल होता है, इसलिए वे कम चमकीले क्षेत्र में
भी पनप सकती हैं। १५ से २० डिग्री सेंटीग्रेट तापमान
सिंगोनियम के लिये सबसे अनुकूल है। मौसम गर्म न हो तो
इसमें सप्ताह में एक बार पानी देना ठीक रहता है। अगर गमले
के नीचे रखी तश्तरी पर पानी भर गया है तो उसे खाली कर दें।
सर्दियों में, कम पानी दे सकते हैं, क्योंकि प्रकाश के
निचले स्तर के कारण सिन्गोनियम अधिक धीरे-धीरे बढ़ता है।
फिर भी, मिट्टी को पूरी तरह सूखने न दें। अधिक गर्मी होने
पर रोज पानी दे सकते हैं लेकिन जड़ों में पानी के भराव की
स्थिति नहीं आनी चाहिये। इसके स्थान पर उस पर पानी का
बारीक बूँदों वाला छिड़काव करना चाहिये।
सिंगोनियम विषैला पौधा है इसका पानी त्वचा और आँखों में
नहीं लगना चाहिये। इसलिये इसकी बागबानी करते समय दस्ताने
पहनना सुरक्षित रहेगा। इसकी पत्तियों को बच्चों और पालतू
पशुओं से दूर रखना चाहिये।
|