दीर्घायु प्रदान करने वाले पौष्टिक-भोजन
जिन्हें नित्य खाना चाहिये (संकलित)
५- मौसमी फल
मौसमी फल भोजन के बीच के
नाश्ते के लिए आदर्श चुनाव होते हैं। फलों का नियमित सेवन
हृदय के स्वास्थ्य की रक्षा करता है, इसकी समस्याओं की
संभावना को कम करता है, रक्तचाप सामान्य रखने में मदद करता
है और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है। फलों के विटामिन
और खनिज की गुणवत्ता को सप्लीमेंट से बदला नहीं जा सकता
क्योंकि यह एक प्राकृतिक स्रोत है और शरीर द्वारा आसानी से
अवशोषित हो जाता है। हर प्रकार के मौसमी फल हमारे
स्वास्थ्य को उस विशिष्ट मौसम के लिये विशेष प्रकार की
प्रतिरोधक क्षमता से लैस करते हैं। यहाँ यह बात ध्यान देने
योग्य है कि संरक्षित फलों को खाने से ये सब लाभ बहुत ही
कम मात्रा में प्राप्त होते हैं।
गर्मी के फल आम, खरबूजा,
तरबूज, खीरा आदि बीटाकैरोटीन, कैरोटेनायड और खनिज तत्वों
से भरपूर होते हैं। एंटीआक्सीडेंट से भरपूर ये फल फ्री
रेडिकल्स को कम करके हमें आक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते
हैं। गर्मी के फल बीटाकैरोटीन, कैरोटेनायड और खनिज तत्वों
से भरपूर होते हैं। इसी प्रकार सर्दियों के फलों में खट्टे
फल बहुतायत में मिलते हैं, जैसे संतरे और अंगूर, साथ ही
कीवी, गाजर, सरसों का साग आदि। अपने आहार में शीत-मौसम के
फल और सब्जियों को शामिल कर के हम अनेक प्रकार के
महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्राप्त करते हैं जैसे कि विटामिन
सी, फाइबर और मैग्नीशियम। ये हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली का
समर्थन करते हैं और हमें सर्दी जुकाम जैसी बीमारियों से
बचाते हैं।
स्वाद और स्वास्थ्य के
अतिरिक्त मौसमी फलों के कुछ और लाभ भी हैं जैसे- ये अन्य
फलों की अपेक्षा सस्ते मिलते हैं। मौसमी फलों की लागत
स्वतः ही कम हो जाती है क्योंकि किसान परिवहन और भंडारण पर
कोई पैसा खर्च नहीं करता। इसके अतिरिक्त, खाद्य पदार्थ जो
दूर स्थानों से ले जाए जाते हैं, उनमें परिवहन और भंडारण
की लागत का बोझ ग्राहकों को उठाना पड़ता है और उन्हें अधिक
भुगतान करना पड़ता है।
मौसमी और स्थानीय फलों को खरीदकर हम स्थानीय किसानों का
समर्थन करते हैं और कम दिखने वाले लेकिन अधिक पौष्टिकता
वाले फलों का सहयोग करते हुए उनके संरक्षण में हाथ बटाते
हैं। इस प्रकार के फल हर क्षेत्र में पाए जाते हैं और उनका
मूल्य अन्य फलों की अपेक्षा बहुत कम होता है।
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