दीर्घायु प्रदान करने वाले पौष्टिक-भोजन
जिन्हें नित्य खाना चाहिये(संकलित)
२- पत्ते
वाली सब्जियाँ
शोध कहते हैं कि हरी
पत्तेदार सब्जियों में अन्य सब्जियों के मुकाबले दोगुनी
मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। इनमें ल्युटिन और
जियाजेन्थिन नाम के दो पिगमेंट पाए जाते हैं जो दिल का
दौरा पड़ने, स्ट्रोक और ब्रेस्ट और फेफड़ों के कैंसर से
हमारी रक्षा करने में मददगार हो सकते हैं। पालक के साथ ही
मेथी और सरसों की हरी पत्तियों में भी यह दोनों पिगमेंट
प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स
भरपूर मात्रा में होते हैं।
इसके साथ ही इनमें बहुत से विटामिन भी पाए जाते हैं।
पत्तेदार सब्जियों में विटामिन ए होता है जो हमारे शरीर को
प्राकृतिक रूप से विषाणु और जीवाणुओं के खिलाफ इम्यूनिटी
प्रदान करता है। विटामिन सी होता है जो हमारी हड्डियों और
हमारी त्वचा को स्वस्थ रखने में मददगार साबित होता है।
सब्जियों में विटामिन के पाया जाता है जो शरीर को अपना ही
इलाज करने में मददगार होता है।
इसके साथ ही पत्तेदार सब्जियों में पोटेशियम और आयरन भी
अत्यधिक मात्रा में पाए जाते हैं। पोटैशियम और आयरन के
साथ-साथ इनमें मैग्नीशियम भी प्रचुर मात्रा में होता है।
मैग्नीशियम एक ऐसा मिनरल है जो हमारी मांसपेशियों को
स्वस्थ रखने और हड्डियों के निर्माण में मददगार साबित होता
है। हरी पत्तेदार सब्जियों में फाइबर प्राकृतिक रूप में
पाया जाता है। फाइबर एक ऐसा पदार्थ है जो आपके डाइजेशन में
मददगार साबित होता है। फाइबर ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकने
में मददगार होता है। इस तरह से यह डायबिटीज के खतरे को भी
नियंत्रित करता है। आयरन और फाइबर मिलकर मेटाबॉलिज्म
बढ़ाते हैं। इसके कारण रक्त कोशिकाओं में वृद्धि होती है।
ये सब्जियाँ त्वचा, आँखों और बालों से जुड़ी समस्याओं से
भी छुटकारा दिलाने में सहायक हैं।
एक औसत वयस्क को प्रतिदिन ढाई कप हरी पत्तेदार सब्जियां
खानी चाहिए। इनके नियमित सेवन से मधुमेह, उच्च रक्तचाप,
मोटापा व हृदय संबंधी रोगों से लड़ने में मदद मिलती है।
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