अभिव्यक्ति
में महेशचंद्र कटरपंच की रचनाएँ
साहित्यिक
निबंध में
दीपावली का दार्शनिक पक्ष
सुनिए रंगों के संदेश
ब्रज में होली का त्योहार
ब्रज में सावन के हिंडोलों
की छटा
पर्यटन में
भरतपुर और अजेय दुर्ग लोहागढ़
अनोखा आकर्षण आम्बेर
संस्मरण में
सावधान! आज पहली अप्रैल है
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महेश चंद्र
कटरपंच
जन्म:
२० दिसंबर १९४० को भरतपुर सिटी (राजस्थान) में हुआ।
शिक्षा : स्नातक राजस्थान विश्वविद्यालय (जयपुर) से
एवं परास्नातक अंग्रेज़ी साहित्य में दिल्ली विश्वविद्यालय
से।
कार्यक्षेत्र : टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप के राष्ट्रीय
समाचार पत्र में प्रतिनिधि संवाददाता के रूप में पत्रकारिता
प्रारंभ की और जयपुर व दिल्ली से प्रकाशित होनेवाले अनेक
राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों में सह-संपादक के पद पर
कार्य किया। राजस्थान सरकार ने उनकी नियुक्ति सहायक जन
संपर्क अधिकारी के पद पर करके उन्हें कोटा और बारमेर (१९६५
के पाकिस्तान युद्ध के समय) के सीमावर्ती स्थानों पर कर उनकी
प्रतिभा का उपयोग लगभग दो वर्षों तक किया। बाद में श्री एम.
सी. कटरपंच मध्य प्रदेश शासन की सेवा में आ गए तथा वाणिज्य
कर विभाग में अधिकारी के पद पर नियुक्ति होकर वहाँ से
प्रभारी वाणिज्य कर अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए, परंतु
लेखन निरंतर जारी रहा।
सेवानिवृत्ति के पश्चात
राष्ट्रीय स्तर के अनेक पत्र-पत्रिकाओं में कर-कानून संबंधित
विषयों पर निरंतर लेख लिख रहे हैं। आजकल वे स्वतंत्र रूप से
विभिन्न विषयों पर लिखते हैं। भारतीय पर्वों, त्योहारों,
रीति-रिवाज़ और परंपराओं पर उनके लेखों का संग्रह
प्रकाशनाधीन है। वे वह लायन्स क्लब इंटरनेशनल के डिस्ट्रिक्ट
चेयरमैन (सकारात्मक सोच) होकर समाज सेवा के क्षेत्र में
उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। उन्हें राष्ट्रीय स्तर के
तटस्थ, दबंग और निर्भीक अधिकारी के रूप में राष्ट्रीय समरसता
सम्मान से अलंकृत किया गया हैं।
निधन:
१८ मार्च २००८ को उनका निधन हो गया।
संपर्क :
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