आयुर्वेद की दृष्टि से उपयोगी बारह पौधे
जो हर
घर में उगाए जा सकते हैं।
(संकलित)
६- घृतकुमारी का पौधा
घृतकुमारी या एलोवेरा अपने
औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में
पौधे के यौगिक पॉलीफेनोल्स पाए जाते हैं, यही वजह है कि यह
त्वचा और बालों के लिए बहुत लाभदायक है। पाचन तंत्र की
कार्यप्रणाली को सुचारु रूप से चलाने के लिए एलोवेरा को
काफी अच्छा माना जाता है। आँतों में सुधार और संतुलन के
लिये यह अच्छे बैक्टीरिया के स्तर को बढ़ाता है और पाचन
तंत्र से हानिकारक परजीवी को बाहर निकालता है। यह इंसुलिन
की संवेदनशीलता को बढ़ाकर टाइप -२ मधुमेह से पीड़ित लोगों
की मदद कर सकता है।
घृत कुमारी का पौधा उगाना बहुत ही आसान है। इसे घर के बाहर
या अंदर कहीं भी लगा सकते हैं, इसके पौधे आसानी से और
जल्दी से बढ़ते हैं। यह अधिक देखभाल माँगने वाला पौधा नहीं
है। घृत कुमारी की पत्तियों से निकलने वाला जैल, आसानी से
निकाला जा सकता है और कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है।
एलोवेरा को मिट्टी के गमले में लगाना चाहिये। ये पौधे
शुष्क और गरम रहना चाहते हैं न कि सर्द और ठंडे, इसलिए
इनमें पानी तभी दें जब मिट्टी सूख जाये। एक स्वस्थ
घृतकुमारी पौधा मिट्टी में अपने आसपास नये छोटे पौधों को
जन्म देता है जिन्हें जड़ सहित निकालकर एक दूसरे गमले में
लगा सकते हैं। इस पाँच छह घंटे की धूप चाहिये इसलिये इसे
घर के बाहर रखना ही अच्छा रहता है। मिट्टी में पानी का
रुकाव न हो और यह कई दिनों तक सूखी नहीं रह जानी चाहिये।
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