अभिव्यक्ति
में रामवृक्ष सिंह की रचनाएँ
हास्य
व्यंग्य में
आक्टोपस बाबा
पधारो म्हारे देस
कसम का टोटका
पान खाए सैंया हमारो
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रामवृक्ष
सिंह
जन्म-
१५ जून १९६३ को आजमगढ़, उत्तरप्रदेश, भारत में।
शिक्षा-
हिन्दू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.ए. हिन्दी ऑनर्स
(विश्वविद्यालय में पहला स्थान)। वहीं से एम.ए. हिन्दी
(विश्वविद्यालय में दूसरा स्थान) और एम.फिल. हिन्दी
(विश्वविद्यालय में पहला स्थान) केंद्रीय हिंदी संस्थान से
अनुवाद डिप्लोमा (संस्थान में द्वितीय) लखनऊ विश्वविद्यालय
से बैंकिंग शब्दावली का भाषा वैज्ञानिक अध्ययन विषय पर
1987 में पीएच.डी.।
कार्यक्षेत्र-
अप्रैल १९८७ से फरवरी १९९२ तक आंध्रा बैंक में राजभाषा
अधिकारी। मार्च १९९२ से अद्यावधि भारतीय लघु उद्योग विकास
बैंक में हिन्दी अधिकारी- वर्तमान में उप महाप्रबंधक
(हिन्दी)
सन १९७६ से पत्र-पत्रिकाओं में छिटपुट लेखन आरंभ। लगभग सभी
प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ गद्य तथा पद्य दोनो
विधाओं में रचनाएँ प्रकाशित। विभागीय स्तर पर प्रकाशित
पुस्तकों व त्रैमासिक पत्रिका- संकल्प- में संपादन-सहयोग
और स्वतंत्रतः अथवा संकल्प फीचर के अंतर्गत लेखन।
अतीत के झरोखे से स्तंभ के अंतर्गत हिन्दी के अखबारों पर
उदन्त मार्तण्ड (१८२६) से लेकर पूर्वापर क्रम में मतवाला
(१९२३) तक सभी अखबारों पर सिलसिलेवार लेखन। आकाशवाणी भोपाल
और अहमदाबाद से रेडियो वार्ताएं प्रसारित।
प्रकाशित कृतियाँ-
आम आदमी की खासियत शीर्षक व्यंग्य-लेख- संग्रह प्रकाशित।
सम्मान पुरस्कार-
सरस्वती पुरस्कार, दिल्ली विश्वविद्यालय पदक,
प्रशस्ति-पत्र और नकद पुरस्कार- हिन्दी अकादमी, दिल्ली।
निबंध लेखन के लिए कई मंचों से पुरस्कृत।
ईमेल- rvsingh@sidbi.in
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