अभिव्यक्ति में नर्मदा प्रसाद
उपाध्याय की
रचनाएँ
ललित निबंधों में
गुलमोहर गर्मियों के
चित्रकूट में बसत हैं रहिमन अवध नरेस
भीतर मन के आग है बाहर बरसे मेघ
माधव और माधव
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नर्मदा
प्रसाद उपाध्याय
जन्म- ३० जनवरी १९५२ को हरदा म.प्र. में।
कार्यक्षेत्र- उनके लेखन के केन्द्र में ललित निबंध,
भारतीय कला और साहित्य से अंतर्सम्बंध, व जैन दर्शन रहे
हैं। अनेक कृतियों का संपादन व अनुवाद करने के साथ साथ
उन्होंने समालोचनाएँ भी की हैं। रामायण तथा गीत-गोविंद के
कलापक्ष पर उन्होंने प्रख्यात मनीषी डॉ. विद्यानिवास मिश्र
तथा भारतीय सौंदर्य दृष्टि पर प्रख्यात संस्कृतविद् डॉ
हर्ष दहेजिया के साथ अनेक कृतियाँ सृजित की हैं। कला
इतिहासकार के रूप में उनकी अंतरराष्ट्रीय ख्याति है। उनकी
छह संपादित, तीन अनूदित एवं ललित निबंध तथा भारतीय कला पर
चौदह कृतियाँ प्रकाशित हैं।
वे वाणिज्यकर विभाग में
निदेशक रहे हैं।
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