गौरव ग्रंथ में
भगवती चरण वर्मा की कहानी

आवारे

"...उसे बड़ी आसानी से विलेन का पार्ट मिल सकता है यही नहीं अगर कोई समझदार डायरेक्टर हो तो वह हीरो भी बना सकता है इसका उसे पूरा यकीन था लेकिन पांडे को जो आदमी हीरो बनाने की सोचे वह या तो पागल है या मजाक कर रहा है। उसने पांडे को फिर एक दफा गौर से देखकर कहा "तुम्हें हीरो बनाने का वादा किया है सच कह रहे हो"

उपहार में 
एक और मधुर संयोजन


तुम साथ साथ हो ना 
जावा आलेख 
हिन्दी कविता के साथ

घर परिवार में 
मंद सुगंध

सुगंध की इस दीवानगी ने कुछ नयी परेशानियों को भी जन्म दिया   एलर्जी  सर्दी और दमा  धीरे धीरे यह भी समझा जाने लगा कि सुगंध हर किसी के अनुकूल नहीं। 

रसोईघर  में
स्वाद और स्वास्थ्य से भरपूर 
अंगूरी कस्टर्ड सलाद 

 

पर्व परिचय में 
जुलाई माह के पर्व  

जुलाई के महीने में उड़ीसा के पुरी नामक नगर में जगन्नाथ जी के प्रसिद्ध मंदिर में नयनाभिराम रथ उत्सव मनाया जाता है।  जगत के स्वामी जगन्नाथ जी  उनकी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र की मूर्तियां तीन अलग अलग रथों में सजा कर नगर में जलूस निकाला जाता है।
 

फुलवारी  में
दिनेश चैमोला शैलेष की कहानी
सोनिया का संकोच 
तथा पूर्णिमा वर्मन की कविता
सूरज

 
कलादीर्घा में 
वृन्दावन की यमुनाघाट लोक कलाकृतियों के बारे में रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी

  प्रेरक प्रसंग में 
महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के जीवन से संबंधित एक रोचक प्रसंग स्वाभिमान

 
संस्मरण में 
कैलाश गौतम की कलम से डा जगदीश गुप्त का संस्मरण कवि वही जो अकथनीय कहे


स्वाद और स्वास्थ्य में 
अंगूर के गुणों से संबंधित जानकारी आरोग्य के लिये अंगूर

 

कविताओं की पत्रिका
अनुभूति में

हरिवंशराय बच्चन का परिचय
उनकी सात कविताओं के साथ 
 


पिछले अंक से-

साहित्य संगम में
कालिदास की अमर संस्कृत रचना विक्रमोर्वशी नाटक का संक्षिप्त कथा रूपांतर विष्णु प्रभाकर द्वारा।

हास्य व्यंग्य में 
विनोद शंकर शुक्ल का व्यंग्य
"
भारतीय रेलःसारे जहाँ से अच्छी"

कहानियों में
शांति देवबाला की कहानी गुलमोहर
, ुषम बेदी की कहानी 'सड़क की लय'¸ पद्मेश गुप्त की कहानी 'कशमकश' और कृष्ण बिहारी की कहानी 'हरामी'। 

 साहित्य समाचार में 
लंदन और दिल्ली
से नये पुरस्कार समाचार


प्रकृति पर्यटन में  गिरीश भंडारी का लेख वृक्ष : भिन्न देश भिन्न परम्पराएँ
 
दो पल
में 
अश्विन गांधी की कलम से
 
बीच में आई होप
 
ललित निबंध में
डा श्रीराम परिहार का आलेख
खिड़की खुली हो अगर

प्रकाशन : प्रवीण सक्सेना -|- परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन, कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन
 
सहयोग : दीपिका जोशी
तकनीकी सहयोग  प्रबुद्ध कालिया

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