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रसोईघर- राजस्थानी भोजन

- शुचि अग्रवाल

ठंडाई  

सामग्री-

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दूध १ लीटर / ४ प्याले

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शक्कर ४-५ बड़े चम्मच

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बादाम १/३ प्याले/ ५० ग्राम

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हरी इलायची ६

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पोस्ता दाना ११/२ बड़े चम्मच

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सौंफ डेढ़ बड़े चम्मच

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सफेद मिर्च चौथाई छोटा चम्मच / १५-२० काली मिर्च (सफेद रंग वाली)

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सूखी गुलाब की पंखुड़ियाँ डेढ बड़े चम्मच

विधि-

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हरी इलायची का छिलका निकालें और दानों को अलग रखें।

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पोस्ता दाना को लगभग एक मिनट के लिए सूखा भून लें। ऐसा करने से दाना पीसने में आसानी रहती है।

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एक ग्राइंडर में बादाम, सौंफ, पोस्ता दाना, सफेद मिर्च के दाने, सूखी गुलाब की पंखुड़ियाँ, और इलायची के दानों को बारीक पीस लें।

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एक प्याले गुनगुने दूध में इस ठंडाई के पाउडर, और शक्कर को आधे घंटे के लिए भिगो कर रखें। बाकी दूध को फ्रिज में रखे ठंडा होने के लिए रखें ।

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दूध में भीगे हुए ठंडाई के मिश्रण को पहले से ठंडा करे हुए ३ प्याले दूध में अच्छी तरह मिलाएँ।

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चलनी से छान लें जिससे कि अगर कोई सौंफ का रेशा ठीक से नही पिसा है, तो वह निकल जाए।

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स्वादिष्ट ठंडाई तैयार है।

टिप्पणी-

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इलायची के छिलकों को फेंके नही बल्कि इसे चाय की पत्ती में डाल दें चाय बहुत खुशबूदार बनती है। ठंडाई के मिश्रण में केसर और खरबूजे के बीज भी मिलाए जा सकते हैं। ठंडाई के पिसे हुए मिश्रम को पहले से बना कर भी रखा जा सकता हैा और जब ठंडाई बनानी हो तब इसमें दूध में मिलाया जा सकता है। ठंडाई बनाने का पारंपरिक तरीका यह है कि दूध के अतिरिक्त सारी सामग्री को पानी में कुछ घंटों के लिए भिगो दिया जाय, और फिर सिल-बट्टे पर पीस लिया जाय। विदेशों में ठंडाई की सामग्री इंडियन स्टोर के साथ साथ ऑर्गेनिक स्टोर में भी आसानी से मिल जाती है।

१४ मई २०१२

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