अभिव्यक्ति
में रामकिशन भँवर
की रचनाएँ
हास्य
व्यंग्य
में
चिंता जिन करियो
हम हूँ न
हाय मेरी प्याज
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रामकिशन
भँवर
जन्मः
२ अक्तूबर
१९६२, सीतापुर में।
शिक्षाः परास्नातक, डी.सी.ए.
लिखने
की विधा में व्यंग्य ने मुझे अधिक आकर्षित किया। जब मैं नवीं
कक्षा में पढ़ता था, यह शुरुआत थी। बाद में नवीं कक्षा में
पढ़ता था, यह शुरुआत थी। बाद में 'कहे कलमची' शीर्षक से एक
अख़बार में स्थायी स्तंभ लिखने लगा। इस स्तंभ में सौ से अधिक
व्यंग्य लिखे होंगे। उस समय के कुछ व्यंग्य और राजधानी के
समाचार पत्रों में (हिंदुस्तान, स्वतंत्र भारत, जागरण,
जनसत्ता, अमर उजाला आदि) छपे भी।
प्रकाशित कृतियाँ
संपादन- 'काव्य निलय', 'आवास
संदेश', 'आर्यवीर'
पुस्तक- कृष्ण जैसा समझा वैसा पाया
नाटक- आखिर कब तक, मेहनत, नैतिक और ईमान, रहिमन पानी राखिए,
आम आदमी दंगे।
वेब पत्रिका- इंद्र धनुष, रचनाकार, सृजनगाथा में व्यंग्य
प्रकाशित।
ईमेलः
ram_kishans@rediffmail.com |