अभिव्यक्ति में
डॉ हंसा दीप
की
रचनाएँ
कहानियों
में
काठ की
हाँडी
उपन्यास
अंश में
रंगोली के रंग
|
|
डॉ हंसा दीप
जन्म- १९५८ में, मेघनगर, जिला
झाबुआ, मध्यप्रदेश, भारत में जन्म।
शिक्षा - १९९० में हिन्दी में पीएच.डी.।
कार्यक्षेत्र- भोपाल और विक्रम विश्वविद्यालयों में सहायक
प्राध्यापक, न्यूयार्क, अमेरिका की कुछ संस्थाओं में
हिन्दी शिक्षण, यॉर्क विश्वविद्यालय टोरंटो में हिन्दी
कोर्स डायरेक्टर, वर्तमान में यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो में
लेक्चरर के पद पर कार्यरत।
प्रकाशित कृतियाँ-
उपन्यास: “बंद मुट्ठी”, “कुबेर” और “केसरिया बालम”।
कहानी संग्रह: “चश्मे अपने-अपने”, “प्रवास में आसपास”, “शत
प्रतिशत”, “उम्र के शिखर पर खड़े लोग।”
संपादन: कथा पाठ में आज ऑडियो पत्रिका का संपादन एवं कथा
पाठ।
पंजाबी में अनूदित कहानी संग्रह: पूरन विराम तों पहिलां
भारत में आकाशवाणी से कई कहानियों व नाटकों का प्रसारण। कई
अंग्रेज़ी फ़िल्मों के लिए हिन्दी में सब-टाइटल्स का
अनुवाद। उपन्यास “बंद मुट्ठी” गुजराती भाषा में अनूदित।
कहानियाँ मराठी, पंजाबी व अंग्रेजी में अनूदित। कैनेडियन
विश्वविद्यालयों में हिन्दी छात्रों के लिए
अंग्रेज़ी-हिन्दी में पाठ्य-पुस्तकों के कई संस्करण
प्रकाशित। लगभग सभी प्रतिष्ठित
पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर रचनाओं का प्रकाशन।
संप्रति- अध्यापन एवं लेखन
ईमेल-
hansadeep8@gmail.com
|