अभिव्यक्ति
में अम्बरीश मिश्रा की रचनाएँ
कहानियों में
सतह से ऊपर
संस्मरण में
सुनंदा
भाभी
पर्यटन में
हिमालय
के हमसफर
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अम्बरीश
मिश्र
जन्म : ९ सितम्बर १९४९ के
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में
शिक्षा : कानपुर विश्वविद्यालय से १९७० में रसायन शास्त्र
में एम.एससी.
की उपाधि प्राप्त की। १९६४ में डिफेन्स रिसर्च लेब कानपुर
में पैट्रोलियम
अनुसंधान के क्षेत्र में नौकरी में कदम रखा, जिसके करीब १०
वर्ष के बाद मई १९७५ में इंडियन ऑयल के आर.
एण्ड डी. सेन्टर, फरीदाबाद में
कार्यरत रह कर अपने कार्य को और विस्तृत किया, जहाँ वे अब
भी कार्यरत हैं।
जीवन की मार्मिक घटनायें हृदय पर बचपन से ही अमिट छाप
छोड़ती गई। उन्हीं को कागज़ों पर उतारने की प्रेरणा से लेखन
कार्य शुरू हुआ। हिमालय के अनेक दुर्गम भागों की पैदल
यात्राओं के समय वहाँ के निष्पाप भोले–भाले लोगों के साथ
उनके दुख–सुख बाँटें और उनके वर्णन लेखों में प्रकाशित
किए।
अब तक करीब ३० लेख विभिन्न स्थानीय पत्रिकाओं तथा
साप्ताहिक हिन्दुस्तान में प्रकाशित हो चुके हैं। लेखन का
उद्देश्य स्वयम को आत्म– सन्तोष देना मात्र रहा है, जिसके
द्वारा जो अतीत में दब गया है, उसे लेखों में उतार कर
स्वयं में देखने की चाह पूरी हो सके।
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