|
‘पिछले जन्म
में जो आपके दुश्मन होते हैं, वे आपकी औलाद बन कर पैदा होते
हैं।‘
न जाने पापा जी से यह बात किसने कही थी, लेकिन यह बात उन्हें
इतनी पसंद आयी थी कि अगले-पिछले जन्मों में यकीन न होने के
बावजूद उनके दिमाग़ में रह गई थी, और उस वक्त तो खासतौर पर याद
हो आती थी जब वह अपने बेटे को बनियान उलटी पहने देखते।
1
तब वह उन्नीस-बीस साल का रहा होगा। उन्होंने उसे एक बार टोका
था - तूने बनियान उलटी पहन रखी है।
1
वह दिन और आज का दिन, वह तीस का हो चला था उसने फिर कभी बनियान
सीधी पहन कर नहीं दी थी।
1
पापा जी ने कहा – तू बनियान उलटी पहनता है, यह जताने के लिये
कि मेरी बात की परवाह नहीं है ।
1
बेटा कुछ नहीं बोला। वह अक्सर पापा जी के सामने नहीं बोलता था।
उसकी कोशिश रहती थी कि उनके सामने न ही पड़े। वह कुछ कह देंगे,
तो बहसबाज़ी होगी। वह उनके कमरे में तो जाता ही नहीं था।
|