
उच्चरक्तचाप
को सामान्य बनाए रखने में सहायक भोजन
जिन्हें नित्य खाना चाहिये
(संकलित)
१०- एवोकाडो
आजकल एवोकाडो को ‘सुपरफूड’
कहा जाता है, और यह सिर्फ़ लोकप्रियता की वजह से नहीं।
इसमें अच्छे प्रकार के फैटी एसिड, ढेर सारे विटामिन और
सबसे बढ़कर—मैग्नीशियम, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होते
हैं। यह रक्तचाप के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। एवोकाडो में
मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल (एल डी
एल) को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एच डी एल) को
बढ़ाता है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है। एवोकाडो
में फाइबर की अच्छी मात्रा पाचन तंत्र को स्वस्थ रखती है
और कब्ज की समस्या से राहत दिलाती है।
एवोकाडो में निहित ल्यूटिन
और ज़ेक्सैंथिन नामक एंटीऑक्सीडेंट्स स्क्रीन टाइम से होने
वाले आँखों को नुकसान से बचाने और आँखों की रोशनी में
सुधार करने में मदद करते हैं। कैल्शियम, फास्फोरस और
मैग्नीशियम हड्डियों के घनत्व को बढ़ाता है और
ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों के खतरे को कम करता है।
इसमें पाए जाने वाले विटामिन सी, ई, फोलेट और मैग्नीशियम
जैसे पोषक तत्व शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते
हैं और बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं।
ओमेगा-३ फैटी एसिड, फोलेट और विटामिन के मस्तिष्क के
प्रदर्शन, याददाश्त को तेज करने और अल्जाइमर के जोखिम को
कम करने में सहायक होते हैं। इसमें स्वस्थ वसा और फाइबर की
उपस्थिति भूख को नियंत्रित करने और वजन कम करने में भी मदद
करती है।
कुछ लोगों को बहुत अधिक
एवोकाडो खाने से पेट में गैस, सूजन या एलर्जी जैसी
समस्याएं हो सकती हैं, माइग्रेन की शिकायत है, तो एवोकाडो
के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि यह सिरदर्द और मतली जैसे
लक्षणों को बढ़ा सकता है। एवोकाडो में विटामिन ''के'' होता
है, जो खून को पतला करने वाली दवाओं (जैसे वार्फरिन) के
असर में हस्तक्षेप कर सकता है। ऐसी दवाओं के साथ एवोकाडो
खाने के लियेडॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है। कुछ लोगों
एवोकाडो से त्वचा पर रैश या अन्य एलर्जिक लक्षण हो सकते
हैं।
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