दिल की आवाज सुनो
बारह उपाय जो रखें आपके दिल की सेहत को दुरुस्त
(संकलित)
२-
ओमेगा-३ का प्रयोग करें
वैज्ञानिक परीक्षणों से पता चला है कि कम से कम छह
महीनों के लिए मछली के तेल के सप्लीमेंट से कोरोनरी हृदय
रोगों से बचाव में सहायता मिलती है। इन रोगों में घातक दिल
के दौरे भी शामिल हैं। मछली के तेल की उच्च खुराक, लगभग ३
से ४ ग्राम प्रति दिन, ट्राइग्लिसराइड के स्तर को भी कम कर
सकती है। अध्ययन से यह भी पता चलता है कि कुछ मछलियों को
(जिनमें ओमेगा-३ फैटी एसिड होता है- जैसे तूना या साल्मन)
सप्ताह में दो बार खाने से हृदय रोग का जोखिम कम होता है।
गर्भवती महिलाओं को मछली के सेवन पर अपने डॉक्टरों के आदेश
का पालन करना चाहिए, क्योंकि कई मछलियों में पारा अधिक
होता हैं। लगभग २५० मिलीग्राम (दिन ईपीए + डीएचए) मछली का
तेल प्रतिदिन लेने से कोरोनरी हृदय रोग से मृत्यु और अचानक
दिल के दौरे से मृत्यु का जोखिम कम हो जाता है। मछली के
तेल का कोई दुष्प्रभाव नहीं है लेकिन कुछ लोगों को इसकी
महक पसंद नहीं होती जिसके कारण उल्टी या मिचली की शिकायत
हो सकती है। |