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रूप पुराना रंग नया (३)
कुछ उपयोगी सुझाव (संकलित)
३९. टिशू
पेपर के खाली रोल का कमाल
टिशू पेपर हमें साफ-सुधरा
रखने में मदद करता है लेकिन जब पेपर खत्म हो जाता है तब हम
दफ्ती वाले रोल को कचरे में फेंक देते हैं। साथ की फोटो
में दीवार पर टँगी सुंदर कलाकृति इसी बेकार रोल से बनाई गई
है। रोल को चपटा कर के इच्छानुसार चार या छह टुकड़ों में
काटें, मनचाहा रंग करें और मनचाही गोल या चौकोर आकृति में
ग्ल्यू से चिपका लें। फिर देखें कि यह बेकार रोल घर की
सुंदरता को कैसे बढ़ाता है। इसे कमरे की साज सज्जा के
अनुसार रंग दिया जा सकता है। या फिर काले रंग से रंग कर
लोहे जैसा प्रदर्शित किया जा सकता है। इन आकारों को किसी
पेड़ की पत्तियों को रूप में भी सजाया जा सकता है, चाहिये
तो सिर्फ थोड़ा सा समय और कल्पना की उड़ान
३० सितंबर २०१३
३८. पुराने
बर्तनों का रूपाकार
बर्तन सदा से सजावट और
सौदर्य का का प्रतीक रहे हैं, लेकिन हम संग्रह उन्हीं
बर्तनों का करते हैं जो देखने में तो सुंदर होते मगर किसी
काम के नहीं होते। आइये अब हम उन बर्तनों के संग्रह की बात
सोचें जो हमारी सेवा करते करते पुराने हो गए हैं और रसोई
में काम आने लायक नहीं रहे। आलू प्याज और लहसुन रखने वाला
यह छींका फेंकने से पहले सालों तक किसी कोने का हरियल
सौंदर्य बना रह सकता है। मेथी सलाद बेसिल छोटी पालक हरा
धनिया या पुदीने को इसमें जूट का अस्तर लगाकर बहुत सरलता
से उगाया जा सकता है। इसके साथ ही टाँगे गए है कुछ पुराने
कोलियैंडर मगर इनकी जगह किसी भी आकार के पैन या कढ़ाई
लटकाए जा सकते हैं। अगर देखने में मैले लगें तो इनको
लटकाने से पहले किसी सुंदर रंग से रँग लें आ गया न इस खाली
अँधेरे कोने में जीवन का सैलाब?
२३ सितंबर २०१३
३७. जब मेज
बनी बिस्तर
सुंदर
पायों वाली आकर्षक मेज बाजार से ढूँढकर घर में सजाना अपने
आप में एक मेहनत भरा काम है, जो सुख और संतोष दोनों देता
है। लेकिन समय के साथ हर चीज पुरानी हो जाती है। नये
डिजाइन और परिवार के लोगों की नई पसंद के सामने पुरानी मेज
फेंकने को दिल न करे तो क्या करें? देखें इस सुंदर बिस्तर
को यह एक पुरानी मेज पर रंग रोगन लगाकर बनाया गया है। मेज
के पाये मसहरी लगाने के काम आने वाले हैं और मेज को जमीन
से ऊँचा करने के लिये किनारों पर कुछ लकड़ी लगाई गई है।
बीच की जगह में एक आरामदेह गद्दा डाला गया है। यह पलंग
किसी छोटे बच्चे के लिये बहुत उपयुक्त है जिसमें उसे न तो
ऊपर चढ़ने में परेशानी होगी और न ही नीचे गिरने का भय।
बाकी सब सुविधाएँ तो यहाँ हैं ही।
१६ सितंबर २०१३
३६.
किचेन टॉवल
होल्डर में सहेजें आभूषण
एक बरसों पुराने किचेन टॉवल
होल्डर को, जिसकी लोहे में ढली कलात्मक सुंदरता आज भी मन
मोह लेती है, कोई कूड़े में कैसे फेंक सकता है?
उसके लौह आवरण पर चढ़ी मोरचे की परत के कारण उसे
रसोई में रखना भले ही ठीक न हो पर उस पर नया रंग रोगन कर
के प्रसाधन के स्थान की शोभा बढ़ाई जा सकती है। यह पुराना
किचेन टावल होल्डर माला और कंगन संभालकर रखने में होशियार
है। जब कभी समय मिले घर की किसी ऐसी ही बेकार वस्तु को
सुंदर रूप देने का प्रयत्न करें और देखें कि घर किस प्रकार
सज उठता है।
९ सितंबर २०१३
३५. डब्बे
जिनमें सुंदर सजे सामान
आजकल आप
कुछ भी खरीदें पैकिंग के डिब्बे इतने सुंदर आते हैं कि
तुरंत उन्हें फेंकने का मन नहीं होता। घर में इतनी जगह
नहीं कि कही रख सको तो फिर वे बिना मतलब कहाँ रखे जाएँ?
उसी उलझन को सुलझाने के लिये प्रस्तुत है यह नायाब
रैक जिसमें चाहें पेंसिल रखें, रंग रखें या ऊन के गोले, यह
हर हाल में सुंदर दिखेगा और चीजों को संभालकर रखेगा। इसे
पढ़ने की मेज, सिलाई की मेज, प्रसाधन के बेसिन या रसोई में
भी रखा जा सकता है। चित्र में दिखाए गए रैक को तीन सुंदर
डिब्बों के बीच छेद में एक गोल ताँबे के पाइप में पिरोकर
बनाया गया है। नीचे के स्टैंड के लिये सबसे बड़े डिब्बे के
ढक्कन का प्रयोग किया गया है। इसको भारी बनाने के लिये
इसके अंदर, समान ऊँचाई वाले प्लाइवुड के एक टुकड़े को गोल
काटकर बीच में रखा गया है। पाइक के निचे एक वाशर और नट से
इसे कसा गया है। ऊपर के डिब्बों को पाइप में महीन छेदक कर
के फँसाए गए एक पेंच और नट के ऊपर रोका गया है। इसे जब
चाहें खोलकर पैक कर लें और जहाँ चाहें जोड़कर खड़ा कर लें।
२ सितंबर २०१३
३४. उदास
कोने का कायाकल्प
अक्सर
बगीचे और बरामदे के बीच कोई कोना ऐसा बच जाता है जो उदास
लगता है। जिस पर किसी का ध्यान नहीं गया, जिसे किसी ने
सँवारा नहीं। ऐसे उदास कोने को घर में इधर उधर पड़ी बेकार
चीजों से सजाया जा सकता है। थोड़े से पत्थर, पुरानी कुर्सी
या स्टूल के फट्टे, एक पुराना मिट्टी का बर्तन और कोने में
एक छोटी सी लाइट। लाइट सोलर भी हो सकती है और बैटरी वाली
भी। बस घर में रहने वालों की कलात्मकता और व्यक्तिगत रुचि
इसमें जान भर देगी। कोई जरूरी नहीं जैसा लिखा गया है वैसा
ही किया जाय, जो चीजें अपने पास हों और अच्छी लगें उनका
प्रयोग हो तो फिर यह उदास कोना मुसकुरा देगा।
२६ अगस्त २०१३
३३. दिल की
बातें और छोटा सा पिन
कभी न कभी कहीं न कहीं कुछ न
कुछ दिल से कहना ही होता है और उसके लिये आवश्यकता होती
है- कुछ नया, कुछ विशेष, कुछ रोचक और कुछ रोमांचक करने की।
साथ ही ऐसा भी हो जिसमें आपकी सुरुचि झलके पर जेब खाली न
हो। बस तो इस बार ऐसा अवसर आए तो चूकें नहीं। यह छोटा-सा
आसान-सा तरीका अपनाकर देखें। किसी कार्ड में विशेष संदेश
टाँकना हो या फूलों के साथ कार्ड पर एक छोटा सा प्रेम का
प्रतीक बैठाना हो या फिर मिठाइयों के डब्बे के साथ लगे
कार्ड पर अपने स्नेह जताना हो तो साथ ये पिन चुपचाप आपका
संदेश पहुँचा देंगे। तकलीफ सिर्फ इतनी सी है कि बाजार से
किसी लाल या गुलाबी की आकर्षक छवि के ये पिन ढूँढने होंगे।
कैसे बनाना है यह तो चित्र में दिखाया ही गया है।
किसी औजार की जरूरत नहीं यह हाथ से ही मुड़ जाता
है।
१९ अगस्त २०१३
३२. टायर
में निखरा प्राकृतिक सौंदर्य
हमारे
घरों में अक्सर पुराने टायर बेकार पड़े रहते हैं। उनको
मनचाहे रंग से रंग कर पौधे लटकाने का सुंदर पात्र बनाया जा
सकता है। जब पौधा फूलों से भर जाएगा तो अपने आप पास की जगह
को अपने रूप से और सुंदर बना देगा। टायर को दीवार पर किसी
ऐंगिल ड्रिल से दो छेद कर के एक तार बाँध देना चाहिये।
पेड़ की शाखा पर इसे जंजीर से बाँधकर लटकाया जा सकता है।
टायर के निचले हिस्से में ड्रिल से कुछ छेद बना देने
चाहिये ताकि पानी रुककर पौधे की जड़ों को नुक्सान न
पहुँचाए। ऐंगिल बाजार से अपनी पसंद की डिजाइन का खरीद सकते
हैं। टायर में मिट्टी भर के पौधा नहीं लगाना चाहिये। एक
गमले में पौधा लगाकर टायर में रखना चाहिये। पौधा लगाते समय
यह ध्यान रखना चाहिये कि वह टायर के रंग में खो न जाए।
यानि टायर और फूलों के रंग मिलते जुलते न हों विपरीत हों।
बस घर या बगीचे का कोई भी कोना सजा लें इस सुंदर विचार से।
१२ अगस्त २०१३
३१. पुस्तक
चिह्नों का अलंकृत संसार
जिन्हें
पुस्तकों से प्रेम है वे पुस्तक चिह्नों के महत्व को समझते
हैं। इन पुस्तक चिह्नों को देखकर किसका मन न मचलेगा। विशेष
रूप से महिलाओं को ये खूब भाएँगे। कुछ बची हुई लेसें, कुछ
कपड़ों पर टाँकने वाले रिबन, कुछ ऐसे झुमके जिनका जोड़ा खो
गया, कुछ ऐसे पेंडेंट जिनके झुमके खो खो गए, या फिर कुछ
पुराने ब्रोच, इन पुस्तक चिह्नों को बनाने में काम आएँगे।
इस प्रकार के सजावटी लटकन वाले ये आकर्षक पुस्तक चिह्न न
केवल किताब का सही पन्ना खोलने में मदद करेंगे बल्कि जिस
मेज पर ये किताबें रखी होंगी उसकी शोभा में भी चार चाँद
लगाएँगी। अपनी पुस्तक प्रेमी सहेली को देने के लिये इससे
अच्छा शायद ही कोई उपहार हो। तो आप भी बनाएँ और इन अनोखे
पुस्तक चिह्नों का लाभ उठाएँ।
५ अगस्त २०१३
३०. पुराने
लैंपों का पुनर्जन्म
एक समय था जब लोहे या पीतल
के लैंप चलन में थे। हमारे दादा दादी के जमाने के ऐसे कुछ
लैंप लगभग हर घर में होते हैं। लोहे के लैंप कुछ जंक लगे
कुछ भदरंग हुए और पीतल के लैंप कुछ काले कुछ रौनक उड़े हुए
बंद पड़े गैराज या दुछत्ती में जरूर मिल जाएँगे। अगर आपको
ऐसा कोई लैंप मिल जाता है तो समझ लें कि लैंप के पुनर्जन्म
और आपके कमरे के काया कल्प का समय आ गया। इस पुराने लैंप
को अच्छी तरह साफ करें, अपने कमरे के रंग या पर्दों के रंग
से मिलते जुलते रंग में रंग डालें। इससे इनको बार बार साफ
करने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी। फिर इनपर मैचिंग रंगों
का शेड लगा दें और किसी सूने पड़े कोने में एक मेज के ऊपर
सजा दें, हो गया न कमरे का कायाकल्प!
२९ जुलाई २०१३
२९. वायर
स्पूल से बना बुक शेल्फ
घर में वायरिंग हो तो बड़े
बड़े स्पूल खाली हो जाते हैं। इन्हें कचरे में फेंकने के
अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं बचता। थोड़ी सी सूझबूझ और
कलात्मकता के साथ हम इन्हें सुंदर बुककेस के रूप में
परिवर्तित कर सकते हैं। इस स्पूल को पहले सफेद रंग से रंगा
गया है, फिर उसमें नीचे पहिये लगाए गए हैं और बाद में
बराबर दूरी पर गोल आकार की पाँच छड़ियों का प्रयोग किया
गया है, ताकि किताबें ज्यादा हो जाने पर गिरें नहीं।
छड़ियों के लिये थान लपेटे जाने वाले डंडों या कलात्मक
छड़ियों का प्रयोग भी किया जा सकता है। ऊपर आप चाहें तो
लैंप रखें या ग्लोब या कुछ और जिसकी भी जरूरत किताबें
पढ़ते समय पड़े उसे यहाँ स्थान मिल सकता है।
२२
जुलाई २०१३
२८. पुराने
दरवाजों से बगीचे का केबिन
घर में बेकार पड़े
पुराने दरवाजों से बगीचे में सुस्ताने के लिये एक छायादार
स्थान का निर्माण किया जा सकता है। इसे तीन तरफ से बंद कर
के ऊपर से ढँक देना चाहिये। सुरुचिपूर्ण सजावट इसे आकर्षक
बना देगी। इसके आसपास कुछ पेड़ पौधे लगा दिया जाएँ तो क्या
कहने। एक सुंदर सी लटकती हुई टोकरी स्वागत करती हुई मालूम
होगी। तेज धूप में यह सुस्ताने के काम आएगा और शाम को चाय
पाने के लिये भी सुरक्षित स्थान का काम देगा। अगर किसी
कारण से इसमें बैठना न भी चाहें तो यह औजारों को रखने के
काम आ सकता है।
१५
जुलाई २०१३
२७. पुराने
खिड़की के दरवाजे का नया उपयोग
अगर घर में पुरानी
खिड़की का कोई दरवाजा बेकार पड़ा है और बगीचे में कोई झुका
हुआ पेड़ है तो खिड़की का दरवाजा एक बहुत ही सजावटी दृश्य
पैदा कर सकता है। चित्र के अनुसार इसे पेड़ की किसी झुकी
हुई शाख से लटकाएँ और उसके कब्जे वाले हिस्से को मोड़कर
किसी मजबूत चेन से जमाकर कुछ गमले सजा दें। इच्छानुसार इस
पर कोई रंग लगाया जा सकता है और उसका ध्यान रखते हुए गमलों
का चुनाव करना है। बगीचे में झूलती यह सुंदर लटकन सभी का
मन मोह लेगी।
८
जुलाई २०१३
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