बाएँ से दाएँ |
१. |
पुस्तकें रखने वाला कक्ष या भवन (५) |
५. |
जहन्नुम (३) |
८. |
राजपूतों की एक उपाधि (३) |
९. |
केमिस्ट, रसायन का जानकार (५) |
११. |
शरीर (२) |
१२. |
मनोभाव, मानसरोवर (३) |
१३. |
शक्ति, ताकत (२) |
१४. |
पैर, पद (३) |
१५. |
आशय, अभिप्राय (२) |
१६. |
लंबाई और चौड़ाई में बुने गए धागे (४) |
१८. |
अपनापन, बहन मानने का भाव (४) |
२०. |
बूट, मटर के समान एक बीज (२) |
२१. |
शृंगाल, एक जंगली पशु (३) |
२२. |
घोड़े की पीठ पर लगी गद्दी, काठी (२) |
२३. |
चौक,-सहन,-घर-के-भीतर-खुला-स्थल (३) |
२४. |
प्रस्थान, रवाना होना (२) |
२५. |
जिस पर विचार किया जा रहा है (५) |
२७. |
मुलायम (३) |
२८. |
तना या खिंचा होना, मनमुटाव (३) |
२९. |
ऐसा भवन जहाँ लताएँ हों (५) |
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ऊपर से नीचे- |
१. |
पुरानापन (५) |
२. |
स्तुति करना, बड़ाई करना (३) |
३. |
समय (२) |
४. |
विश्वास से (४) |
५. |
नवीन (३) |
६. |
डरना, दबाव मानना (मुहावरा) (५) |
७. |
अच्छे या बुरे कार्य (३) |
१०. |
के बहाने, किसी उद्देश्य से (२) |
१२. |
मानसरोवर, मन से उत्पन्न (३) |
१४. |
दाँतों से काटना या कुचलना (३) |
१५. |
बाह्य (३) |
१७. |
अपनी इच्छानुसार काम करवाना
(मुहावरा) (५) |
१८. |
अग्रिम धनराशि, पेशगी (३) |
१९. |
जिस पर कोई कलंक न हो (मुहावरा) (५) |
२१. |
वाहनों के लिये परिवहन संकेत (४) |
२२. |
जिंदा, जो मरा नहीं है (३) |
२३. |
तेज हवा (३) |
२४. |
निःशबद, नीरव (३) |
२६. |
राजा, राजपूतों की एक पदवी (४) |
२७. |
आकाश (२) |
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साहित्य सहयोग-
गोपालकृष्ण भट्ट आकुल तकनीकी सहयोग-
रश्मि आशीष |
अभिव्यक्ति वर्ग पहेली- ३०० का हल अगले अंक में
१ मई २०१८ को देखें। |
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वर्ग पहेली-
२८१,
२८२,
२८३,
२८४,
२८५,
२८६,
२८७,
२८८,
२८९,
२९०,
२९१,
२९२,
२९३,
२९४,
२९५,
२९६,
२९७,
२९८,
२९९,
३०० |
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अभिव्यक्ति वर्ग पहेली-
२९९
का सही उत्तर
१ अप्रैल २०१८ |
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