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एक ट्रे/ थाली को
कुछ बूँद घी/ तेल लगाकर चिकना करें। चाहें तो बटर
पेपर का प्रयोग भी कर सकते हैं। |
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कड़ाही को गरम करें।
इसमें मध्यम आँच पर सफेद तिल को भूनें। भूनने से
तिल चटकता है इसलिये ध्यान रखें कि चिटक कर तिल
त्वचा पर न आ जाए। तिल भुनने में में लगभग ५ मिनट
का समय लगता है। |
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काजू को भी मध्यम
आँच पर हल्का सा भून लें। |
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तिल को मूसल सें कूट
लें या फिर ग्राइंडर में मोटा पीस लें। ध्यान रखें
कि हमें एकदम मोटा कुटा तिल चाहिए। एक चौथाई
प्याला कुटा तिल अलग रख लें तिल रोल्स की रोलिंग
के लिए।
काजू को भी मोटा-मोटा पीस लें। |
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एक नॉन-स्टिक कड़ाही
में पानी और गुड़ को उबालें। जब गुड़ पानी में घुल
जाए तब इसमें घी डालें और लगभग ३० सेकेंड के लिए
और पकाएँ। |
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चाशनी में कुटा तिल
और काजू डालें और अच्छी तरह मिलाएँ। आधे मिनट के
लिए लगातार चलाते हुए और पकाएँ। फिर आँच बंद कर
दें। |
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इस मिश्रण को चिकनी
थाली/ ट्रे पर डालें। बेलन की मदद से एकसार फैलाएँ
और ठंडा होने दें।
जब फैलाया हुआ तिल मिश्रण ठंडा हो जाए तो इसे लगभग
डेढ़ इंच के चौकोर टुकड़ों में काट लें और मनचाहे
आकार में रोल करें। |
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इस तिल रोल को कुटे
तिल में रोल करें। तिल रोल तैयार हैं। इसका भोग
लगाएँ, दान करें, मित्रों में बाँटे या फिर घर पर
परिवार के साथ खाएँ। |