फुलवारी

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जन्मदिन मीता का

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आज मीता का जन्मदिन है। सब लोग सजधजकर जन्मदिन मनाने के लिये तैयार होकर आ रहे हैं। मीता और मनु ने टोपी भी पहनी है। छुटकू भालू ने टोपी नहीं पहनी है। वह केक लेकर आ रहा है। वे सब खुशी से नाच रहे हैं। छुटकू भालू गाना भी गा रहा है- बधाई हो बधाई जनमदिन की तुमको।

मीता को बहुत से उपहार मिले हैं। उपहार डिब्बों में हैं। पीले डिब्बे वाला उपहार गीता लाई है। उस डिब्बे में चार गुब्बारे लगे हैं- एक पीला है, एक लाल, एक बैंगनी और एक नारंगी है। पीले गुब्बारे में गहरे रंग की धारियाँ हैं, नारंगी गुब्बारे में बिंदियाँ हैं, लाल और बैंगनी गुब्बारे में सितारे हैं। डिब्बे पर लाल धारियाँ हैं और लाल रिबन बँधा है। मनु सफेद बिंदियों वाला हरा डिब्बा लाया है। उस पर नीला रिबन बँधा है।

गीता माँ का हाथ बटाने रसोई में गई है। जल्दी ही वे दोनो काम पूरा कर के आ जाएँगे। कुछ और मित्र भी आने वाले हैं। जब वे आ जाएँगे तब जन्मदिन का उत्सव मनाया जाएगा।

- पूर्णिमा वर्मन

२३ सितंबर २०१३

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