फुलवारी

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बस की प्रतीक्षा

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गर्मी की छुट्टियाँ हो गई हैं। आज विद्यालय बंद है।
छुट्टी मनाने के लिये गीतू और मीतू नये बाजार में घूमने गईं। बाजार में बहुत सी चीजें मिलती हैं। खाने पीने की चीजें, खेलने के सामान, कपड़े और किताबें। मीतू ने नयी घड़ी खरीदी और गीतू ने बटुआ।

गीतू और मीतू ने आइसक्रीम भी खाई। आइसक्रीम की दूकान में एक कूड़े का डब्बा है। इस कूड़े के डब्बे में आइस्क्रीम का खाली प्याला फेंक सकते हैं।

घूमघाम कर वे दोनो नये बाजार के सामने आ गईं। नये बाजार के सामने बस का अड्डा है। बस अड्डे पर बस रुकती है। वे दोनो बस की प्रतीक्षा कर रही हैं। एक छोटी तख्ती पर विद्यालय लिखा है। उस ओर विद्यालय है, लेकिन आज वे विद्यालय नहीं जाएँगी। बस से वे घर जाएँगी।

- पूर्णिमा वर्मन

१ जुलाई २०१३

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