शहर में
गर्म हवा का गुब्बारा आया है। रोज टी.वी. में इसका
विज्ञापन आता है। यह हवाई जहाज की तरह उड़ता है लेकिन ज्यादा ऊपर नहीं जाता और
धीरे धीरे उड़ता है। माँ और पापा ने कहा कि छुट्टी के दिन
हम सब गर्म हवा के गुब्बारे की सैर करेंगे।
सुबह
सुबह बस से गीतू, मीतू, माँ और पापा गर्म हवा के गुब्बारे
की सैर को गए। यह खेल एक बड़े से खुले बगीचे में खेला जा
रहा था। एक सुंदर सी टोकरी में बड़ा सा गुब्बारा लगा था।
गुब्बारे में एक मशीन से गर्म हवा भरी गई। फिर दो बच्चों
के साथ गुब्बारा उड़ाने वाला टोकरी में बैठा और गुब्बारा
उड़ चला। थोड़ी देर तक बगीचे की सैर कराकर गुब्बारा नीचे आ
गया। बच्चों को बड़ा मजा आया। सबने ताली बजाकर अपनी खुशी
प्रकट की।
जल्दी ही
गीतू और मीतू की भी बारी आ गई और उन्होंने भी गर्म हवा के
गुब्बारे का आनंद लिया।
- पूर्णिमा
वर्मन |