अभिव्यक्ति
में डॉ. विद्युल्लता
की रचनाएँ
ललित निबंध
में
ओ शिरीष सुन रहे हो न
लाल चंपा का पेड़
शीशम कितना मनोहारी
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डॉ. विद्युल्लता
जन्म- २
फरवरी १९६७ को भोपाल मध्य प्रदेश में।
शिक्षा- हिंदी साहित्य में एम.ए./पी.एच.डी.(हिन्दी
साहित्य) तथा एल.एल.बी. बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल
कार्य क्षेत्र-
समाजसेवा एवं लेखन। जुलाई २००१ से ’औरत’ मासिक पत्रिका का
संपादन, सचिव औरत संगठन फॉर पावर सोसायटी द्वारा
नषामुक्ति, दहेज प्रथा, स्त्री प्रातड़ना एवं स्त्री
हितार्थ संगठन के माध्यम से जमीनी कार्य। राष्ट्रीय महिला
मीडिया, इंडिया ई-ग्रुप द्वारा देष भर की महिला पत्रकारों
संग विचार विमर्ष, ताना-बाना ब्लॉग में सामाजिक/वैचारिक
मुद्दों पर लेखन तथा पर्यावरण एवं पौधरोपण हेतु विषेष
कार्य
पुरस्कार सम्मान-
माधव सप्रे स्मृति समाचार पत्र संग्रहालय द्वारा २०१४ में
सामाजिक पत्रकारिता हेतु रामेश्वर गुरु पुरस्कार।
प्रांतीय महिला पत्रकार संघ द्वारा २०११ में श्रेष्ठ
पत्रकारिता हेतु ’मन्नत मैत्री’ पुरस्कार।
गोविंदीबाई कर्मठ समाज सेवा और पत्रकारिता पुरस्कार इंदौर
२००८ में।
ग्रामोद्योग विभाग मध्यप्रदेष सरकार द्वारा २००६ में
श्रेष्ठ महिला का पुरस्कार
कादम्बनी उत्सव में सामजिक विसंगतियों पर कविता हेतु प्रथम
पुरुस्कार १९९५ में।
संप्रति-
’औरत’ मासिक पत्रिका का सम्पादन, स्वतंत्र लेखन, एवं
सामाजिक कार्य।
ईमेल-
aurat.vidhu@gmail.com |