अभिव्यक्ति में श्रीप्रकाश की रचनाएँ
हास्य-व्यंग्य में
बालमखीरा का चूरन
भीड़तंत्र
की महिमा
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श्रीप्रकाश
जन्म- २८ फरवरी १९५९
शिक्षा- एम.ए. (हिंदी), कानपुर विश्वविधालय
कार्यक्षेत्र-
सचिव (साहित्य), निराला साहित्य परिषद् महमूदाबाद (उ.प्र.)
एवं संस्थापक/निदेशक ‘ज्ञान भारती’ (लोक सेवी संस्थान)
महमूदाबाद (उ.प्र.) ।
प्रकाशित कृतियाँ-
सौरभ (काव्य संग्रह), उभरते स्वर, दस दिशाएं, सप्त स्वर
इत्यादि काव्य संकलनों में तथा विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं एवं
अंतरजाल मंचों पर कवितायें/गीत/लेख आदि ।
सम्मान व पुरस्कार-
निराला साहित्य परिषद महमूदाबाद (सीतापुर), युवा रचनाकार
मंच लखनऊ, अखिल भारत वैचारिक क्रांति मंच लखनऊ आदि
संस्थाओं द्वारा सम्मानित।
सम्प्रति- स्वतंत्र लेखन
ईमेल-
sahitya_sadan@rediffmail.com
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